लेम्बोर्गिनी ने अपने नाम किया ग्रीन स्टार 2022 का खिताब, इन कारणों से बनी विजेता
ऑटोमोबाइल कंपनी लेम्बोर्गिनी ने इस साल के ग्रीन स्टार 2022 का पुरस्कार जीत लिया है। इसे 2009 के बाद से पर्यावरणीय स्थिरता के लिए किए गए कई पहलों और निवेशों के लिए इटली में सबसे टिकाऊ कंपनियों में से एक के रूप में मान्यता दी गई है। बता दें कि इस प्रतियोगिता में 2,000 से ज्यादा कंपनियों को शामिल किया गया था, जिसमें 30 पहलुओं में पारिस्थितिक, आर्थिक और सामाजिक स्थिरता, नवाचार और प्रौद्योगिकी को शामिल किया गया था।
दो संस्थानों ने मिलकर चुना विजेता
यह पुरस्कार हैम्बर्ग के इंस्टीट्यूट फॉर मैनेजमेंट एंड इकोनॉमिक रिसर्च (IMWF) के सहयोग से जर्मन इंस्टीट्यूट फॉर क्वालिटी एंड फाइनेंस (ITQF) द्वारा हर साल दिया जाता है। यह उन कंपनियों को दिया जाता है जो नई तकनीक, अर्थव्यवस्था रणनीतियों के साथ-साथ पर्यावरण और समाज के प्रति भी काम करते हैं। इसमें शामिल हुई कंपनियों के 10 लाख से ज्यादा काम का विश्लेषण किया गया और इसी आधार पर विजेता को चुना गया है।
इस वजह से लेम्बोर्गिनी बनी विजेता
2009 से लेम्बोर्गिनी की मुख्य परियोजनाओं में एक पार्क का निर्माण शामिल था, जहां 10,000 ओक के पेड़ लगाए गए थे। इसके अलावा मधुमक्खी जैव परियोजना, एमिलिया-रोमाग्ना में सबसे बड़े फोटोवोल्टिक संयंत्रों में से एक का निर्माण और एक हीटिंग और ट्राइजेनरेशन प्लांट का निर्माण शामिल है। इस प्लांट को 2015 में साइट कार्बन तटस्थता सर्टिफिकेट भी मिल चुका है, जिसे नई नीतियों के आने के बाद भी आज तक चालू रखा गया है।
रिसाइकिलिंग के कामों में भी लगी है लेम्बोर्गिनी
इन दिनों लेम्बोर्गिनी चमड़े और कार्बन फाइबर अपशिष्ट के रिसाइकिलिंग कामों में लगी है। इस परियोजना के शुरू होने से उरुस बॉडी शेल द्वारा निकले उत्सर्जन में 85 प्रतिशत की कमी आई है। इसके अलावा कंपनी शून्य कार्बन उत्सर्जन पर भी काम कर रही है। अपने कारखाने और आपूर्ति श्रृंखला की मदद से यह CO2-तटस्थ उत्पादन साइट से CO2-तटस्थ कंपनी के रूप में अपनी पहचान बनाने के लक्ष्य पर भी काम कर रही है।
भारत में आने वाली है लेम्बोर्गिनी की यह कार
बता दें कि हाल में लेम्बोर्गिनी ने नई टेक्निका कार को पेश किया है। यह हुराकन RWD और हुराकन STO के बीच का मॉडल है, जिसमें सड़कों पर चलने वाली हुराकन RWD कार और ट्रैक रेस हुराकन STO कार, दोनों की खूबियां हैं। इन खसियतों की वजह से इसे 'गोल्डीलॉक्स' हुराकन का लेबल भी दिया जा रहा है। जानकारों के मुताबिक, मिड-इंजन वाली टेक्निका लेम्बोर्गिनी हुराकन सुपरकार के अब तक के सबसे बहुमुखी वर्जन के तौर पर सामने आई है।