Page Loader
EV में आग लगने की घटना होगी कम, पेश हुआ पहला लिक्विड-कूल्ड बैटरी पैक
आ गया भारत का पहला लिक्विड-कूल्ड बैटरी पैक (तस्वीर: कारएंडबाइक )

EV में आग लगने की घटना होगी कम, पेश हुआ पहला लिक्विड-कूल्ड बैटरी पैक

Apr 21, 2022
10:30 pm

क्या है खबर?

इलेक्ट्रिक वाहनों और इसमें इस्तेमाल की जाने वाली बैटरी के बढ़ते बाजार को देखते हुए गुजरात स्थित स्टार्टअप मैटर ने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिए भारत के पहले एक्टिव लिक्विड-कूल्ड बैटरी पैक को पेश किया है। इसे मैटर एनर्जी 1.0 कहा जा रहा है। यह एक हाई-वोल्टेज, हाई-परफॉर्मेंस बैटरी पैक है जिसे इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के लिए डिजाइन किया गया है। इसे इस साल लॉन्च होने वाले मैटर इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में भी इस्तेमाल किया जाएगा।

खासियत

क्यों खास है यह बैटरी पैक?

बैटरी पैक IP-67 रेटेड है, जिसका मतलब है कि बैटरी चार्जर पूरी तरह से सील है और किसी भी तरह की धूल से सुरक्षित है। इसके अलावा अगर यह आधे घंटे से अधिक समय तक पानी में गिरा रहता है तो भी चिंता की कोई बात नहीं है। इसमें स्मार्ट बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (BMS) का इस्तेमाल भी किया गया है। साथ ही बैटरी पैक और BMS को भारतीय परिवेश और उपयोग को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है।

जानकारी

आग लगने के खतरे को कम कर सकता यह बैटरी पैक

आमतौर पर इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स में बैटरी पैक एयर-कूल्ड होते हैं क्योंकि इनका निर्माण करना आसान होता है और फॉर्म फैक्टर इतना कॉम्पैक्ट होता है कि इसे हल्के दोपहिया वाहनों में इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन गर्म जलवायु वाले वातावरण में उपयोग किए जाने पर बैटरी गर्म हो जाती है, जिसका परिणाम बैटरी में आग लगना होता है। इस तरह के जोखिमों को एक एक्टिव लिक्विड-कूल्ड बैटरी पैक का उपयोग करके कम किया जा सकता है।

प्रक्रिया

बैटरी को ठंडा रखने में करता है मदद

लिक्विड-कूल्ड बैटरी पैक के चारों ओर कूलेंट लगा होता है, जिससे बाहर का तापमान ज्यादा होने के बावजूद बैटरी पैक ठंडा रहता है। हालांकि, ये बैटरियां आमतौर पर भारी होती हैं और ज्यादा जगह लेती हैं, जिससे इसे दोपहिया वाहनों में फिट करना एक चुनौती भरा काम है। इसके बावजूद मैटर का लिक्विड-कूल्ड बैटरी पैक भविष्य में तेजी से इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि इससे दोपहिया वाहनों में आग लगने की घटना को कम किया जा सकता है।

उपयोग

इन कारणों से जरूरी है इस तरह की बैटरी

इस बैटरी पैक लाने की वजह इलेक्ट्रिक स्कूटरों में होनी वाली लगातार घटनाएं हैं। पहली घटना ओला S1 प्रो स्कूटर में हुई थी, जिसमें सड़क किनारे खड़े स्कूटर के बैटरी के डिब्बे से धुआं निकलता देखा गया जो बाद में भीषण आग में बदल गया। वहीं, अन्य घटना में एक ओकिनावा इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई, जिसमें पिता और पुत्री की मौत हो गई थी। इसके आलवा जितेंद्र EV के 40 में से 20 इलेक्ट्रिक स्कूटर में जल चुके हैं।