
कार के दस्तावेजों को डिजिलॉकर में रखने के कई फायदे, ऐसे करें अपलोड
क्या है खबर?
कार चलाते समय ड्राइविंग लाइसेंस (DL) साथ-साथ कई और भी दस्तावेज रखना जरूरी है। ट्रैफिक पुलिस की जांच में वैध दस्तावेज नहीं दिखाने पर जुर्माना लग सकता है। सरकार ने आवश्यकता पड़ने पर इन दस्तावेजों को डिजिलॉकर या एमपरिवहन प्लेटफार्म के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक फार्म में दिखाने को मान्य कर दिया। इससे आप अगर दस्तावेज घर भूल गए हैं तो परेशानी नहीं आएगी। आइए जानते हैं डिजिलॉकर में आवश्यकत दस्तावेजों को डिजिटल प्रारूप में कैसे अपलोड कर सकते हैं।
दस्तावेज
कार चलाने के लिए जरूरी हैं ये दस्तावेज
रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट गाड़ी को वैधानिक रूप से चलाने के लिए सबसे अहम दस्तावेज है। यह किसी भी जांच के लिए अनिवार्य है। ड्राइविंग लाइसेंस (DL) के बिना गाड़ी चलाना ट्रैफिक नियमों के अनुसार दंडनीय अपराध माना गया है। मोटर वाहन अधिनियम 1998 के अनुसार, आपके पास वैध बीमा कवर भी होना चाहिए। इसके अलावा प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUC) भी आपकी गाड़ी के सड़क पर चलने के मापदंड़ों को पूरा करने के हिसाब से जरूरी दस्तावेज है।
बदलाव
नियम में बदलाव से मिली राहत
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने मोटर वाहन अधिनियम की धारा 139 के तहत नए बदलावों के साथ अनिवार्य दस्तावेजों को भौतिक रूप से दिखाने की बाध्यता खत्म कर दी है। आप कार के महत्वपूर्ण दस्तावेजों को डिजिटल प्रारूप में संग्रहीत कर सकते हैं। इससे आपको गाड़ी चलाते समय भौतिक प्रतियां ले जाने की परेशानी से छुटकारा मिलने के साथ जुर्माने से भी बचा जा सकता है। इसमें डिजिलॉकर ऐप दस्तावेजों को डिजिटल प्रारूप में संग्रहित में मददगार है।
तरीका
इस तरह करें दस्तावेज अपलोड
डिजिलॉकर में कार के दस्तावेज अपलोड करने के लिए स्मार्टफोन में डिजिलॉकर ऐप डाउनलोड करें या डिजिलॉकर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। फोन नंबर का उपयोग करके साइनअप करने के बाद आधार नंबर का उपयोग करके सत्यापन करें। डैशबोर्ड पर अपलोड बटन पर क्लिक वह फाइल चुनें, जिसे अपलोड करना है। ड्रॉपडाउन सूची से अपलोड किए जाने वाले दस्तावेज का प्रकार चुनकर इसे 'सेव' कर दें। आप 'एडिट' आइकन का उपयोग करके फाइल का नाम भी एडिट कर सकते हैं।
फायदा
डिजिलॉकर में दस्तावेज रखने के क्या हैं फायदे?
डिजिलॉकर एक डिजिटल लॉकर सुविधा है, जिसमें दस्तावेजों और प्रमाणपत्रों के स्कैन किए गए और डिजिटल प्रारूपों को संग्रहीत कर सकते हैं। इससे डिजिटल दस्तावेजों को कहीं भी और कभी भी आसानी से एक्सेस कर सकते हैं, जिससे समय, कागजी कार्रवाई की बचत होगी और चलते-फिरते अपना काम पूरा हो जाएगा। इस प्रकार यह प्रक्रिया परेशानी मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल है। दस्तावेजों का सत्यापन आसान बनाता है क्योंकि, वे सीधे वैध यूजर्स द्वारा जारी किए जाते हैं।