प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च कीं चार नई डिजिटल इंडिया योजनाएं, जानें इनके बारे में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारत में डिजिटल इंडिया वीक 2022 की शुरुआत की और कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। गुजरात के गांधीनगर में इससे जुड़े एक इवेंट में प्रधानमंत्री ने चार नई डिजिटल इंडिया योजनाएं भी लॉन्च कीं। इन योजनाओं में डिजिटल इंडिया भाषिनी, डिजिटल इंडिया जेनेसिस, इंडियास्टैक.ग्लोबल और मायस्कीम शामिल हैं। आइए इन योजनाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि नागरिकों को इनका फायदा कैसे मिलेगा।
भारतीय भाषाओं में इंटरनेट ऐक्सेस करने का विकल्प
डिजिटल इंडिया भाषिनी योजना के साथ वॉइस-आधारित ऐक्सेस को बढ़ावा मिलेगा और यूजर्स इंटरनेट या इससे जुड़ी दूसरी डिजिटल सेवाओं का इस्तेमाल भारतीय भाषाओं में बोलकर कर पाएंगे। साथ ही यह योजना बहुभाषी या मल्टीलिंगुअल डाटासेट्स बनाते वक्त भारतीय भाषाओं के लिए AI-आधारित लैंग्वेज टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस तैयार करने में मदद करेगी। सरकार ने बताया है कि डाटासेट बनाने के लिए नागरिकों के सहयोग की जरूरत पड़ेगी और इसके लिए एक क्राउडसोर्सिंग अभियान चलाया जाएगा, जिसे 'भाषादान' नाम दिया गया है।
भारतीय स्टार्टअप्स को सपोर्ट करने की कोशिश
डिजिटल इंडिया जेनेसिस योजना के साथ सरकार युवाओं की ओर से शुरू किए गए इनोवेटिव स्टार्टअप्स को सपोर्ट करने जा रही है। इसके साथ एक राष्ट्रीय डीप-टेक स्टार्टअप प्लेटफॉर्म तैयार किया जाएगा, जिसकी मदद से देश के टियर-2 और टियर-3 शहरों में स्टार्टअप तलाशकर उन्हें सपोर्ट करने, आगे बढ़ने और सफल बनाने में मदद करने की कोशिश की जाएगी। नई योजना के लिए सरकार ने 750 करोड़ रुपये का बजट तय किया है।
इंडिया स्टैक प्रोजेक्ट्स की ग्लोबल रिपॉजिटरी
इंडियास्टैक.ग्लोबल भारत में आधार, UPI, डिजिलॉकर, कोविन वैक्सिनेशन प्लेटफॉर्म, गवर्मेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM), दीक्षा प्लेटफॉर्म और आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन जैसे की-प्रोजेक्ट्स की ग्लोबल रिपॉजिटरी की तरह काम करेगा। भारत की ओर से ग्लोबल पब्लिक डिजिटल गुड्स रिपॉजिटरी में प्रोजेक्ट्स को शामिल कर देश की पोजीशन डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन प्रोजेक्ट्स के लीडर के तौर पर बनाने की होगी। बड़े स्तर पर ये प्रोजेक्ट्स उन देशों की मदद करेंगे, जिन्हें ऐसे टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस की जरूरत है।
एकसाथ मिलेगी सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी
मायस्कीम के साथ सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी नागरिकों को एकसाथ, एक ही प्लेटफॉर्म पर मिल जाएगी। सरकार की योजना इसे वन-स्टॉप सर्च एंड डिस्कवरी पोर्टल की तरह ऑफर करने की है, जहां नागरिक उन योजनाओं को फिल्टर कर पाएंगे, जिनका फायदा उन्हें मिल सकता है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने मेरी पहचान योजना के बारे में भी बताया, जिसके साथ कई ऑनलाइन ऐप्लिकेशंस और सेवाओं के लिए पहचान का सिंगल-सेट यूजर्स को मिलेगा।
शुरू किया जाएगा खास C2S प्रोग्राम
प्रधानमंत्री ने 30 इंस्टीट्यूट्स के साथ मिलकर तैयार किए गए प्रोग्राम की जानकारी दी, जो चिप्स टू स्टार्टअप (C2S) से जुड़ा है। इस प्रोग्राम का मकसद सेमीकंडक्टर चिप्स डिजाइन करने से जुड़े क्षेत्र में मैनपावर बढ़ाना है। इसके लिए बैचलर्स, मास्टर्स और रिसर्च लेवल पर स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग की शुरुआत की जा सके। प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत आने वाले दिनों में चिप टेकर से चिप मेकर बनने जा रहा है।"