#NewsBytesExplainer: EV चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए क्या चाहिए और इस पर लागत कितनी आती है?
देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री तेजी से हो रही है। यही वजह है कि वर्तमान में देश 10 लाख से अधिक इलेक्ट्रिक गाड़ियां दौड़ रही हैं। साल 2030 तक सरकार का लक्ष्य सभी गाड़ियों को इलेक्ट्रिक कर देना है। ऐसे में जब इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रचलन बढ़ रहा है तो जाहिर-सी बात है कि इसके लिए चार्जिंग स्टेशन भी बनाये जाएंगे। अगर आप भी चार्जिंग स्टेशन लगाने की सोच रहे है तो आइये इसकी पूरी प्रक्रिया जानते हैं।
चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए सरकार देती है सब्सिडी
आप सोच रहे होंगे कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाने में भारी-भरकम खर्च आएगा, लेकिन ऐसा नहीं है। देश में EV चार्जिंग स्टेशन लगवाना काफी आसान है। कोई भी आम आदमी कुछ पैसे जोड़कर एक इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन खोल सकता है और इससे अच्छी कमाई कर सकता है। सरकार इस तरह के चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए सब्सिडी देती है। ऐसे चार्जिंग स्टेशन को 'लो कॉस्ट एसी चार्जिंग स्टेशन (LAC) कहते हैं।
ऊर्जा मंत्रालय से लेना होगा परमिट
इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन लगने के लिए सबसे पहले ऊर्जा मंत्रालय के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए मंत्रालय से परमिशन लेनी होती है। इसके बाद व्यक्ति को सही चार्जर, सप्लायर और स्थान का चयन करना होता है। बता दें कि इलेक्ट्रिक चार्जर दो प्रकार के होते हैं। पहला सामान्य चार्जर, जो वाहन को धीमी गति से चार्ज करते हैं और दूसरा DC फास्ट चार्जर, जो वाहन को तेजी से चार्ज करने में मदद करते हैं।
कितनी दूरी पर लगाए जा सकते हैं चार्जिंग स्टेशन?
सरकार के बुनियादी ढांचे के नियमों के अनुसार, EV चार्जिंग स्टेशन शहरों में हर 3 किलोमीटर और सड़कों के दोनों किनारों पर हर 25 किलोमीटर के साथ-साथ राजमार्ग के दोनों किनारों पर हर 100 किलोमीटर की दूरी पर लगाए जा सकते हैं। इसके अलावा चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए पर्याप्त जगह भी होनी चाहिए, जहां एक बार में कई बड़े वाहन आसानी से पार्क और चार्ज किए जा सकते हैं।
चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए किन चीजों की जरूरत होती है?
स्टेशन बनाने के लिए आपको बिजली का कनेक्शन लेना होगा और एक ट्रांसफर भी लगवाना होगा। ट्रांसफर के साथ चार्जर जोड़ने के लिए हेवी ड्यूटी केबलिंग करनी होगी। इसके बाद आपको स्टेशन में शेड, पार्किंग एरिया आदि बनाने होंगे। आपको बता दें कि चार्जिंग स्टेशन बनाने में सबसे अधिक खर्च चार्जिंग टावर बनाने में होता है। इसके अलावा आप स्टेशन को आकर्षक बनाने के लिए इसमें अन्य सुविधाएं भी जोड़ सकते हैं।
इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन लगाने में लगभग कितना खर्च आएगा?
भारत में चार्जिंग के कुल चार स्टैंडर्ड- भारत DC 001, भारत AC 001, कंबाइन चार्जिंग सिस्टम (CSS) और CHAdeMO उपलब्ध हैं। भारत AC 001 चार्जर लगवाने में करीब 70,000 रुपये लगते हैं। वहीं कंबाइन चार्जिंग सिस्टम (CSS) और CHAdeMO के लिए आपको 15 लाख से 40 लाख रुपये भी देने पड़ सकते हैं। इस हिसाब से एक इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन की लागत 70,000 रुपये से 40 लाख रुपये तक जा सकती है।
किस शहर में चार्जिंग पर कितना आएगा खर्च?
अगर आप मुंबई में इलेक्ट्रिक कार चार्ज करते हैं तो आपको बिजली के लिए 15 रुपये प्रति यूनिट देने पड़ेंगे। दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों की लो टेंशन चार्जिंग के लिए 4.5 रुपये प्रति यूनिट और हाई टेंशन वाले इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 5 रुपये प्रति यूनिट तय किया है। बेंगलुरू में बेस्कॉम EV चार्जिंग के लिए बिजली प्रदान करता है और 7.28 रुपये से 8.90 रुपये प्रति यूनिट के बीच चार्जिंग का खर्च लेता है।