होंडा लाई XRE300 रैली और टाइटन फ्लैक्स-फ्यूल बाइक, बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों की भी हो रही तैयारी
क्या है खबर?
भारत की जानी-मानी दोपहिया कंपनी होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (HMSI) ने गुरुवार को फ्लैक्स-फ्यूल आधारित वाहनों, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और बैटरी-स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में प्रवेश करने की योजना की जानकारी दी है।
इसके साथ ही कंपनी ने भारतीय बाजार के लिए XRE300 रैली और टाइटन सीजी फ्लैक्स-फ्यूल बाइक्स को भी एक विशेष मीडिया इवेंट में पेश किया।
कंपनी बैटरी-स्वैपिंग स्टेशन लगाने और इस तरह के और मॉडलों को लाने की भी योजना बना रही है।
आगामी मॉडल
कम्यूटर बाइक होगा पहले आने वाला मॉडल
कंपनी ने बताया कि वह भारत में अपनी पहली फ्लैक्स-फ्यूल बाइक लॉन्च करने से कुछ ही दूर है और वह सरकार के साथ मिलकर दोनों तरफ से आवश्यक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए काम कर रही है।
इसके अलावा HMSI ने यह भी सूचित किया है कि भारतीय बाजार की ओर जाने वाला पहला फ्लैक्स-फ्यूल मॉडल एक कम्यूटर बाइक होगी, जिससे XRE300 रैली के बजाय टाइटन सीजी को भारत में पेश किए जाने की संभावना ज्यादा है।
पावरट्रेन
टाइटन सीजी को मिला है जबरदस्त पावरट्रेन
पावरट्रेन की बात करें तो टाइटन सीजी को भारतीय बाजार में होंडा एक्सब्लेड के समान पावरट्रेन दिया गया है।
इसमें 162.7cc का सिंगल सिलेंडर इंजन है, जो 8,000rpm (गैसोलीन) पर 14.9hp की पावर और 8,000rpm (इथेनॉल) पर 15.1hp की पावर जनरेट करता है।
साथ ही यह इंजन PGM FI इलेक्ट्रॉनिक इंजेक्शन से लैस है और 5-स्पीड ट्रांसमिशन के साथ आता है।
बता दें कि होंडा द्वारा पेश किया गया मॉडल पहले से ही ब्राजील में बिक्री के लिए उपलब्ध है।
बैटरी स्वैपिंग योजना
बैटरी स्वैपिंग दोपहिया वाहन लाने की है योजना
होंडा इलेक्ट्रिक दोपहिया और तीन पहिया वाहनों के लिए बेंगलुरू में बैटरी-स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना करेगी।
इसने अपने परिसर में स्टेशन स्थापित करने के लिए बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के साथ समझौता भी किया है।
इसके अलावा कंपनी ग्रीव्स ई-रिक्शा और अतुल ऑटो को अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी-स्वैपिंग तकनीक को बनाने के लिए लिए भी शामिल कर चुकी है। कहा जा रहा है कि पहले चरण में सात स्वैपिंग स्टेशन लगाए जाएंगे।
निर्यात
40 देशों में निर्यात का है लक्ष्य
होंडा का लक्ष्य इस वित्तीय वर्ष में 40 देशों में निर्यात करना है, जबकि एक साल पहले यह 34 देशों में था।
कंपनी ने कहा कि इसे हासिल करने के लिए वह अपने मानेसर संयंत्र को 'मेकिंग इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड' के लिए एक ग्लोबल कारखाने के रूप में स्थापित करेगी।
बता दें कि होंडा, जिसके पास पिछले एक दशक से वैकल्पिक ईंधन के साथ काम करने में विशेषज्ञता है, जिसका इस्तेमाल कंपनी भारतीय बाजार में करेगी।