आपूर्ति में कमी समेत इन कारणों से कोरोना महामारी के दौरान कम बिकी नई कारें
इंडियन बुक ब्लू (IBB) ने हाल ही में अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें ऑटो सेक्टर में हुई वाहनों की बिक्री आदि का विवरण दिया गया है। साथ ही रिपोर्ट में कोरोना वायरस महामारी के कारण किन वजहों से नई कारों की बिक्री प्रभावित हुई है, इसके बारे में भी बताया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले सेक्टर्स में से एक ऑटो सेक्टर है।
क्या है IBB?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि IBB भारत में वाहनों के मूल्यांकन के लिए सबसे भरोसेमंद और पहला प्राइसिंग गाइड है। वाहन खरीदते और बेचते समय IBB ग्राहकों को वाहनों की वास्तविक कीमत का पता लगाने में मदद करता है।
आपूर्ति में कमी है कारण
आपूर्ति में कमी नई कारों की कम बिक्री का एक बड़ा कारण है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी फैलने से देशों के बीच व्यापार काफी प्रभावित रहा था। इस कारण कारों के निर्माण के लिए अन्य देशों से उनके पार्ट्स आने में दिक्कत हुई। साथ ही सेमीकंडक्टर की कमी भी मांग और आपूर्ति को पूरा न कर पाने का एक बड़ा कारण बना।
लॉकडाउन के कारण बिक्री करने के लिए मिला कम समय
कारों की कम बिक्री का एक अन्य कारण यह है कि अप्रैल, 2020 में देश में पूर्ण लॉकडाउन लग गया था और यह काफी लंबे समय तक चला। इस कारण डीलरशिप्स को पिछले साल प्रभावी रूप से बिक्री करने के लिए काफी कम समय मिला। रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉकडाउन के कारण कार डीलरों को बाजार में नए वाहनों को बेचने के लिए केवल छह से सात महीने का समय मिला, जिससे बिक्री में गिरावट आई।
कम बजट के कारण लोगों ने खरीदी पुरानी कारें
अप्रैल, 2020 की शुरुआत में BS6 नॉर्म्स को लागू कर दिया गया था। इस कारण कंपनियों ने अपने वाहनों के दामों में काफी इजाफा कर दिया था। वहीं, कोरोना वायरस महमारी के कारण ग्राहकों की आय पर भी बुरा असर पड़ा था। इससे किफायती दाम में नई कार खरीदने के इच्छुक ग्राहकों ने बढ़े दाम की नई कारों को खरीदने का जगह कम दाम में सेकंड हैंड कारें अधिक खरीदीं। इससे भी नई कारों की कम बिक्री हुई।
इतने लाख बिकी नई और पुरानी कारें
IBB की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 में भारत में लगभग 42 लाख सेंकड हैंड कारों की बिक्री हुई है। वहीं, इसी वित्त वर्ष में 28 लाख नई कारों बिकी थी, जो पुरानी कारों की बिक्री से 50 प्रतिशत कम है।