
दुनियाभर में बढ़ रहे इलेक्ट्रिक वाहन, फिर भी नहीं घटी पेट्रोल-डीजल की खपत- अध्ययन
क्या है खबर?
दुनियाभर में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग और बिक्री के बावजूद पेट्रोल और डीजल की वैश्विक मांग में गिरावट नहीं हो रही है।
अमेरिका की फाइनेंशियल सर्विस कंपनी मॉर्गन स्टेनली के एक अध्ययन से यह पता चला है।
इसमें दावा किया गया है कि इलेक्ट्रिक वाहन (EV) खरीद में वृद्धि और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती मांग के बीच का विरोधाभास पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठाए जा रहे कदम को चुनौती दे रहा है।
उच्चतम स्तर
2030 तक उच्चतम स्तर पर पहुंच जाएगी पेट्रोल-डीजल की खपत
रिपोर्ट में कहा है कि पेट्रोल-डीजल की मांग 2023 में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच जाएगी और जीवाश्म ईंधन की बिक्री करीब 40 प्रतिशत बढ़ जाएगी।
साथ ही बताया है कि दुनियाभर में बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन की कुल बिक्री में हिस्सेदारी 10 प्रतिशत से अधिक होने की उम्मीद है।
अध्ययन से आगे पता चला कि नॉर्वे में कुल कारों की बिक्री में इलेक्ट्रिक कारों की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत होने के बावजूद तेल की मांग कम नहीं हुई है।
चीन में मांग
चीन में भी बढ़ी पेट्रोल-डीजल की मांग
रिपोर्ट के अनुसार, चीन में तेल की मांग 50 प्रतिशत बढ़ गई है, जबकि यहां EV की पहुंच 20 प्रतिशत से अधिक हो गई है।
अध्ययन में यह भी कहा है कि नई ऊर्जा में परिवर्तन होने में दशकों लग जाते हैं। नई टेक्नोलाॅजी को प्रभुत्व हासिल करने में समय लगता है।
वर्तमान में परिवहन क्षेत्र में प्राथमिक ऊर्जा खपत में पेट्रोल-डीजल की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत से अधिक है, जबकि सौर और पवन ऊर्जा की 5 प्रतिशत से अधिक है।