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अध्ययन में खुलासा- खाली पर्स मिलने पर 40%, पैसे होने पर 72% लोग लौटाते हैं वापस

अध्ययन में खुलासा- खाली पर्स मिलने पर 40%, पैसे होने पर 72% लोग लौटाते हैं वापस

Jun 26, 2019
02:43 pm

क्या है खबर?

जीवन में कभी न कभी आपने भी किसी का खोया हुआ सामान पाया होगा। कई बार आपको किसी का खोया हुआ पर्स भी मिला होगा। ऐसे में आप उस खोए हुए पर्स का क्या करेंगे? पर्स को अपने पास ही रख लेंगे या जिसका है, उसे वापस कर देंगे? हाल ही लोगों की ईमानदारी और उनके स्वभाव को परखने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन द्वारा बड़े पैमाने पर एक अध्ययन किया गया, जिसके नतीजे हैरान करने वाले हैं। आइए जानें।

अध्ययन

भारत सहित 40 देशों के 355 शहरों में किया गया अध्ययन

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अध्ययन भारत सहित 40 देशों के 355 शहरों में किए गए। इस अध्ययन का नतीजा यह निकला कि अगर लोगों का खोया हुआ ख़ाली पर्स किसी को मिलता है, तो 40% लोग पर्स उसके मालिक को वापस लौटा देते हैं। वहीं, अगर पर्स में कुछ पैसे भी रखे हुए हैं, तो लौटाने वालों का आँकड़ा बढ़कर 51% हो जाता है। इसका मतलब पर्स में पैसे देखकर ज़्यादा लोग उसे वापस लौटा देते हैं।

जानकारी

अध्ययन के दौरान किया गया 17 हज़ार पर्स का इस्तेमाल

जबकि, अगर किसी के खोए हुए पर्स में ज़्यादा पैसे रखे हुए हैं, तो 72% लोग पर्स वापस मालिक को लौटा देते हैं। जानकारी के अनुसार, शोधकर्ताओं ने दुनियाभर में ईमानदारी को परखने के लिए लगभग 17 हज़ार पर्स का इस्तेमाल किया।

पर्स

अध्ययन में तीन के पर्स का हुआ इस्तेमाल

अध्ययन में यह जानने की कोशिश की गई कि लोग किसी का खोया हुआ पर्स मिलने पर क्या करते हैं। वो पर्स मालिक को लौटाते हैं या रख लेते हैं। अध्ययन में यह भी पता चला कि अगर पर्स में ज़्यादा पैसे हैं, तो क्या फर्क पड़ता है? अध्ययन के दौरान तीन तरह के पर्स का इस्तेमाल किया गया था। पहला पर्स ख़ाली था, दूसरे पर्स में 1,000 रुपये थे। जबकि, तीसरे पर्स में 6,500 रुपये थे।

जानकारी

पर्स में रखे गए थे मालिक के पहचान प्रमाण

बता दें कि सभी पर्स में पर्स के मालिक की पहचान के अलावा किराने के सामान की लिस्ट, एक चाबी और कुछ बिजनेस कार्ड रखे गए थे, ताकि पर्स बिलकुल किसी सामान्य आदमी की तरह लगे।

ईमानदारी

लोगों को चोर कहलाना नहीं है पसंद

इस अध्ययन के संबंध में ज्यूरिख़ के UM स्कूल ऑफ इंफ़ॉर्मेशन के असिसटेंट प्रोफ़ेसर एलेन कोहन ने अनुसार, किसी भी देश के आर्थिक विकास के लिए लोगों का ईमानदार होना बहुत ज़रूरी है। वहीं, ज्यूरिख़ यूनिवर्सिटी के मिशेल एंड्रे मॉर्कल ने कहा कि पर्स मिलने के बाद लोगों की प्रतिक्रिया ऐसी थी कि वो भले ही बहुत ख़राब आर्थिक स्थिति का सामना कर रहे हों, लेकिन उन्हें ख़ुद को चोर कहलाना पसंद नहीं है।

स्थान

ईमानदारी बरतने के मामले में स्विट्ज़रलैंड सबसे आगे

अध्ययन के नतीजों के अनुसार, ईमानदारी बरतने के मामले में पूरे विश्व में स्विट्ज़रलैंड सबसे आगे है। यहाँ ख़ाली पर्स मिलने पर लगभग 74% लोग पर्स के मालिक को वापस लौटा देते हैं, जबकि लगभग 80% लोग भरा हुआ पर्स वापस लौटा देते हैं। वहीं, दूसरे स्थान पर नॉर्वे है। नॉर्वे के लगभग 71% लोग ख़ाली पर्स मिलने पर उसके मालिक को वापस लौटा देते हैं, जबकि भरा हुआ पर्स मिलने पर लगभग 80% लोग वापस लौटा देते हैं।

जानकारी

ईमानदारी बरतने के मामले में भारत 30वें स्थान पर

अगर ईमानदारी बरतने के मामले में भारत की बात की जाए, तो भारत 30वें स्थान पर है। यहाँ के लगभग 23% लोग ख़ाली पर्स मिलने पर वापस लौटा देते हैं, जबकि लगभग 43% लोग भरा हुआ वापस लौटा देते हैं।