इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी सुरक्षा के लिए सरकार ने जारी किए नए नियम
क्या है खबर?
इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) में आग लगने की कई घटनाओं के बाद सरकार ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के तहत इलेक्ट्रिक गाड़ियों में आग लगने की परिस्थितियों की जांच करने और इसके बचाव के उपायों का सुझाव देने के लिए कहा था।
अब केंद्र सरकार ने EV बैटरी की सुरक्षा के संबंध में नए नियम जारी किए हैं। इनकी मदद से इलेक्ट्रिक गाड़ियों में आग लगने की घटना को काफी हद तक रोका जा सकता है।
जानकारी
अक्टूबर से लागू हो जाएंगे नए सेफ्टी स्टैंडर्ड
इसी साल अप्रैल में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में एक के बाद एक आग लगने की कई घटना सामने आई थी।
बचाव के लिए अब केंद्रीय सड़क परिवहन और राज्यमार्ग मंत्रालय ने EV बैटरी के लिए कड़े परीक्षण मानदंडों को लागू करने की घोषणा की है। नए सेफ्टी स्टैंडर्ड 1 अक्टूबर 2022 से लागू हो जाएंगे।
लगभग हर भारतीय EV निर्माता ने अतिरिक्त सुरक्षा आवश्यकताओं से संबंधित नए नियमों का पूर्ण रूप से समर्थन किया है।
जानकारी
BMS फीचर्स से लैस होंगे इलेक्ट्रिक वाहन
सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों में ओवर-वोल्टेज के लिए अलर्ट, ओवर-चार्ज के लिए अलर्ट, ओवर-डिस्चार्ज, ओवर-टेम्परेचर, ओवर-करंट के लिए अलर्ट और साथ ही बेहतर बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (BMS) में शॉर्ट-सर्किट प्रोटेक्शन जैसे सेफ्टी फीचर्स को अनिवार्य कर दिया है।
#1 और #2
सेफ्टी फ्यूज और चार सेंसर्स
सरकार की तरफ से पेश किये गए नए नियमों के अनुसार, हर इलेक्ट्रिक वाहन में एक सेफ्टी फ्यूज का इस्तेमाल किया जाना अनिवार्य है। ये बैटरी को अधिक गरम होने के दौरान करेंट के प्रभाव को रोकेंगे और वाहनों में आग लगने की समस्या को काफी हद तक कम कर देंगे।
वहीं, अब हर EV में चार अतिरिक्त सेंसर को शामिल किया जाएगा। इनका मुख्य काम वाहनों में आ रही परेशानी को डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पर दिखाना होगा।
#3 और #4
बैटरी सेल्स के बीच की दूरी और ऑटो चार्जिंग कट-ऑफ
नए नियमों के अनुसार, इलेक्ट्रिक गाड़ियों में इस्तेमाल की जाने वाली बैटरी सेल्स के बीच की दूरी को बढ़ाने का सुझाव दिया गया है। इस वजह से बैटरी जल्दी गरम नहीं होगी और आग लगने की संभावना काफी हद तक कम हो जाएगी।
साथ ही वाहनों में चार्जिंग के दौरान ऑटो कट-ऑफ का भी फीचर मिलेगा। यह काफी फायदेमंद है और इससे चार्जिंग के दौरान हो रहे हादसों को कम किया जा सकता है।
#5
ड्राइवर वार्निंग सिस्टम
सभी इलेक्ट्रिक गाड़ियां ड्राइवर वार्निंग सिस्टम के साथ आएंगी। ऐसा देखा गया है कि कई बार चालक की लापरवाही से भी वाहनों में आग लगने की घटना सामने आई है और खास तौर से इस लिए ड्राइविंग वार्निंग सिस्टम को शामिल किया गया है।
EV चलाते समय अगर चालक किसी भी तरह की लापरवाही करता है तो यह तुरंत डिजिटल डिस्प्ले पर इसकी जानकारी देगा और किसी भी तरह का हादसा होने से पहले ही चालक को सचेत करेगा।