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वाहन आयात करने वाले CBU और CKD रूट में है कंफ्यूजन? जानें इनके बीच का अंतर
क्या होते हैं वाहनों को आयात करने वाले CUB और CKD रूट?

वाहन आयात करने वाले CBU और CKD रूट में है कंफ्यूजन? जानें इनके बीच का अंतर

Mar 20, 2022
07:30 pm

क्या है खबर?

कार या बाइक खरीदते समय आपने CBU (कंप्लीट बिल्ड यूनिट) या CKD (नॉक्ड डाउन यूनिट) जैसे शब्दों जरूर सुने होंगे। लग्जरी स्पेस और हाई-एंड सेगमेंट वाली गाड़ियों में आपको इस तरह के विकल्प मिलते हैं। उन लोगों के लिए जो गाड़ियों के इन दोनों विकल्पों के बारे में नहीं जानते हैं या जिन्हे CBU और CKD को लेकर कंफ्यूजन होती है, आज का लेख जरूर पढ़ना चाहिए। क्योंकि ये एक खरीदार के रूप में आपको बहुत प्रभावित कर सकते हैं।

परिचय

क्या होता है CBU रूट?

सामान्य शब्दों में कहे तो CBU और CKD दोनों ही वाहन आयात करने के दो तरीके हैं। CBU यानी कंप्लीट बिल्ड यूनिट के तहत एक ऑटोमोबाइल को इसके निर्माता देश में पूरी तरह से असेंबल किया जाता है और फिर अन्य देश में भेजा जाता है। भारत में विदेशों से आने वाली ज्यादातर गाड़ियां CBU रूट के जरिए आती हैं। CBU यूनिट्स को किसी देश में बेचने के लिए उस देश में असेंबली प्लांट की जरूरत नहीं होती।

परिचय

किसे कहते हैं CKD रूट?

नॉक्ड डाउन यूनिट (CKD) में गाड़ियां पार्ट्स में किसी देश में आयात की जाती हैं और फिर देश में असेंबली प्लांट में इन्हें असेंबल किया जाता है। इस तरह के वाहनों के ज्यादातर पार्ट्स जैसे इंजन, गियरबॉक्स या ट्रांसमिशन को निर्माण प्लांट में पहले ही बना लिया जाता है और बस आयात करने वाले देश में इन्हे जोड़ा जाता है। ये मुख्य रूप से दो मार्गों- सेमी नॉक्ड डाउन यूनिट (SKD) या CKD में आते हैं।

आयात कर

आयात कर का पड़ता है प्रभाव

इन दोनों रूट से गाड़ियों के आने करने पर इन पर लगने वाले आयात करों का बहुत प्रभाव पड़ता है। CBU रूट के तहत 40,000 डॉलर से ऊपर के कारों पर 100 प्रतिशत तक आयात कर लगता है। वहीं, 800cc या उससे ज्यादा के दोपहिया वाहनों पर 75 प्रतिशत तक आयात कर लगता है। इसमें सबसे कम कमर्शियल वाहनों पर कर हैं। कमर्शियल वाहनों पर CBU रूट के तहत 30 प्रतिशत आयात कर लगता है।

कर

CKD रूट में ये हैं आयात कर

CKD रूट के तहत वैसे वाहन जिनके इंजन, गियरबॉक्स और ट्रांसमिशन पहले से असेंबल करके मंगाए जाते हैं, उन पर 30 प्रतिशत आयात कर लगाया गया है। SKD रूट में यह दर 25 प्रतिशत है। वहीं, वैसे वाहन जिनके इंजन, गियरबॉक्स और ट्रांसमिशन को मंगाने के बाद देश में ही असेंबल किया जाता हैं, उन पर 15 प्रतिशत का आयात कर लगाया जाता है। इस तरह आयात पर लगने वाले करों के मामले में CKD रूट ज्यादा किफायती होते है।

जानकारी

इन रूटों से भारत आने वाली गाड़ियां

CBU यूनिट्स के रूप में भारत में होंडा CR-V, यामाहा YZF R1, यामाहा MT-09, जैसी कई गाड़ियां हैं। दूसरी तरफ CKD रूट में रेनो की गाड़ियां, जगुआर XE, XF, XJ, लैंड रोवर की डिस्कवरी, स्पोर्ट और कई अन्य गाड़ियां शामिल हैं।