टायर खरीदने से पहले जानें इससे जुड़े जरूरी टिप्स, कभी नहीं पड़ेगा पछताना
अगर इन दिनों आप अपनी गाड़ी के टायरों को बदलने की सोच रहे हैं तो टायरों से जुड़े कुछ जरूरी टिप्स को देखना न भूलें। टायर किसी भी गाड़ी के उन जरूरी सुरक्षा फीचर्स में से हैं जो न सिर्फ आपको ऊबड़-खाबड़ वाली सड़कों पर आसान ड्राइविंग का अनुभव देते हैं बल्कि एक अच्छी ग्रिप वाला टायर आपातकाल स्थिति में आपकी जान भी बचा सकता है। आइये नए टायर खरीदते समय ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण टिप्स को जानते हैं।
ट्यूबलेस या ट्यूब टायर किसका करें चुनाव?
टायरों को खरीदते समय सबसे पहली जो बात ध्यान में रखी जाती है वो हैं कि ट्यूबलेस या ट्यूब टायर में से किसे लें? ट्यूबलेस टायर में टायर और रिम के बीच कोई ट्यूब नहीं होता है, जिससे टायर के पंचर होने पर भी ड्राइव की जा सकती है। इसके विपरीत, ट्यूब टायर के अंदर एक ट्यूब होती है जो हवा को अंदर रखती है। अगर चुनाव की बात करें तो ट्यूबलेस टायर का चुनाव हमेशा सही रहता है।
टायर के साइज का रखें ध्यान
टायर्स के प्रकार के साथ-साथ उसका सही साइज में होना भी बेहद जरूरी हैं, ऐसा नहीं करने पर बाद में आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। टायर का साइज कार के साइज पर निर्भर करता है। बड़ी गाडियों में बड़े और छोटी में छोटे टायर्स लगते हैं। कार की अच्छी परफॉर्मेंस के लिए टायर के साइज का ठीक होना जरूरी है। इससे कार को कंट्रोल करना आसान होता है। इसलिए इनके साइज को नजरअंदाज न करें।
ब्रांड को न करें नजरअंदाज
कुछ लोगों को लगता है कि अच्छे ब्रांड के टायर मंहगे होते हैं और उनमें ऐसी कोई खासियत नहीं होती है, लेकिन ऐसा नहीं है। ब्रांड के टायर न सिर्फ मंहगे होते हैं बल्कि उनकी क्वालिटी भी अच्छी होती है या यूं कह लें कि इनकी ग्रिप सड़कों पर अच्छी होती है। इस बात का ध्यान रखते हुए कोशिश करें कि किसी अच्छे ब्रांड के टायर्स लें। हालांकि, इसके लिए आपको अधिक खर्च करना पड़ सकता है।
ग्रिप और क्वालिटी है बेहद जरूरी
रबर के अच्छे होने से टायर की लाइफ बढ़ाती है। टायर की रबर जितनी अच्छी होगी सड़क पर उसकी ग्रिप उतनी ही अच्छी होगी। साथ ही कार को कंट्रोल करने में भी आसानी होगी। जहां तक कार के टायर बदलने का सवाल है, तो छोटे हैचबैक टायरों की औसत आयु लगभग 40,000 किलोमीटर होती है, लेकिन उनके उपयोग के आधार पर यह 50,000 किलोमीटर तक भी चल सकते हैं। इसलिए इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए टायर खरीदना चाहिए।