कारों के रखरखाव से जुड़ी इन मिथकों को कहीं आप भी तो सच नहीं मानते हैं?
कारों के रखरखाव के लिए बहुत से लोग बहुत तरह की सलाह देते हैं ताकि आपकी गाड़ी बिना किसी परेशानी के सालों-साल चल सके। इनमें से कुछ सलाह तो वास्तव में बहुत मददगार साबित होती हैं, लेकिन कार रखरखाव से संबंधित कई मिथक भी हैं जो बिना किसी कारण के प्रचलित हैं और बहुत से लोग इसे सच भी मानते हैं। इसलिए आज हम इनके रखरखाव से जुड़े ऐसे ही मिथकों के पीछे की सच्चाई के बारे में जानेंगे।
सभी टायरों को एक साथ बदलें
कारों के रखरखाव के मामलें में बहुत से लोगों का कहना है कि सभी टायरों को एक साथ बदलना चलिए, भले ही बाकी के दो या तीन टायर अच्छी स्थिति में क्यों न हो। बता दें कि यह एक मिथक के अलावा और कुछ नहीं है। टायर बदलते समय यह ध्यान देना चाहिये कि इसकी गहराई, ग्रिप, मोटाई सही है या नहीं। अगर यह घिस चुकी है या सड़कों पर इसकी पकड़ मजबूर नहीं है, तब ही इसे बदलें।
हर 5,000 किलोमीटर पर बदलें इंजन ऑयल
हर 5,000 किलोमीटर की दूरी तय करने पर इंजन ऑयल बदलने की बात भी पूरी तरह से सच नहीं है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपनी कार में किस तरह का इंजन ऑयल डालते हैं और उसकी गुणवत्ता कैसी है। पारंपरिक मोटर ऑयल बहुत तेजी से खराब होते हैं, इसलिए हर 4,800 से 5000 किमी पर इंजन ऑयल बदलने वाली बात सही है, लेकिन आज 12,000 किलोमीटर तक का दबाव झेलने वाले ऑयल भी मौजूद हैं।
बाहर सर्विसिंग कराने से वारंटी हो जाती खत्म
यह सबसे आम मिथक में से है जिसमें ग्राहक को लगता है कि गाड़ी की वारंटी पीरियड के दौरान संबंधित वर्कशॉप से सर्विसिंग न कराकर दूसरे वर्कशॉप से सर्विसिंग कराने पर वारंटी खत्म हो जाती है। ज्यादातर कार-डीलर ग्राहकों को ब्रांड के वर्कशॉप में ही जाने की सलाह भी देते हैं, लेकिन यह बस प्रतिस्पर्धा को कम करने के लिए होता है। वास्तव में अगर आप बाहर से गाड़ी की मरम्मत करवाते हैं, तो यह वारंटी को प्रभावित नहीं करता।
प्रीमियम फ्यूल होते हैं सबसे अच्छे
लंबे समय से लोग यह मानते आए हैं कि पेट्रोल की ऑक्टेन रेटिंग जितनी अधिक होगी, इंजन का उतना ही बेहतर माइलेज और लंबा जीवन होगा, लेकिन लोग यह भूल जाते हैं कि हाई-ऑक्टेन प्रीमियम पेट्रोल अक्सर विशेष फॉर्मूलेशन के साथ आता है और अलग-अलग ब्रांड के हिसाब से ऑक्टेन रेटिंग अलग-अलग होती है। इसलिए बिना किसी जांच के बस ज्यादा माइलेज के लिए प्रीमियन फ्यूल डलवाने से बेहतर है की कार के मैनुअल में बताए गए फ्यूल को डलवाएं।