फरवरी में भारत में खूब खरीदी गईं गाड़ियां, बिक्री में हुआ 16 प्रतिशत इजाफा
भारतीय बाजार में वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है और हर महीने यहां लाखों गाड़ियों की बिक्री होती है। फरवरी में देश में लगभग 17.75 लाख गाड़ियां खरीदी गई हैं। वहीं पैसेंजर और दोपहिया वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। देश में सबसे अधिक SUVs और हैचबैक की मांग है और इसी वजह से पिछले पांच सालों में भारतीय बाजार में लगभग 36 नई SUVs लॉन्च हुई हैं। अभी भी कई नई गाड़ियां पाइपलाइन में हैं।
फरवरी में खूब खरीदी गईं गाड़ियां
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलरशिप एसोसिएशन (FADA) की मानें तो पिछले महीने भारतीय बाजार में कुल 17,75,424 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। यह पिछले साल फरवरी में रजिस्टर हुए 15,31,196 वाहनों की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह पैसेंजर वाहनों की बिक्री में 11 प्रतिशत और दोपहिया वाहनों की बिक्री में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। फरवरी में देश में 79,027 गाड़ियों की बिक्री हुई है। सालाना आधार पर 17 प्रतिशत अधिक है।
भारत बन गया है तीसरा सबसे बड़ा कार बाजार
भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार जापान और जर्मनी के ऑटो बाजार को पीछे छोड़ तीसरा सबसे बड़ा कार बाजार बन गया है। साल 2022 में भारतीय लोगों ने खूब गाड़ियां खरीदी हैं। देश में ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए भी साल 2022 बेहद अच्छा रहा। पिछले साल घरेलू बाजार में कुल 50 लाख गाड़ियां खरीदी गईं, जो 2021 में बेचीं गई 40.82 लाख गाड़ियों की तुलना में लगभग 23.5 प्रतिशत अधिक है।
देश में 2.5 करोड़ गाड़ियां बेच चुकी है मारुति
भारतीय बाजार में सबसे अधिक गाड़ियां मारुति सुजुकी बेचती है। कंपनी अब तक भारत में 2.5 करोड़ गाड़ियों की बिक्री कर चुकी है। भारत में कंपनी 40 सालों से गाड़ियां बना रही है। मारुति ने 1981 में अपना कारोबार शुरू किया था। देश में कंपनी की तीन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं। मारुति अपने गुरुग्राम और मानेसर प्लांट में हर साल 15 लाख गाड़ियों का उत्पादन करती है। गुजरात प्लांट में हर वर्ष 7,50,000 गाड़ियों का उत्पादन होता है।
टाटा मोटर्स भी देश में बना चुकी है 50 लाख गाड़ियां
टाटा मोटर्स ने भी एक नया मुकाम अपने नाम किया है। कंपनी ने भारतीय बाजार में 50 लाख पैसेंजर गाड़ियां बनाने का आंकड़ा पार कर लिया है। हाल ही में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर शैलेश चंद्रा ने यह जानकारी दी है। टाटा ने 1991 में भारतीय बाजार में कदम रखा था और 2004 तक कंपनी ने देश में 10 लाख गाड़ियों का उत्पादन कर लिया था। वहीं 40 लाख गाड़ियों के उत्पादन का आंकड़ा 2020 में पार किया था।