मारुति सुजुकी ने अपने नाम किया नया रिकॉर्ड, देश में बेचीं 2.5 करोड़ गाड़ियां
क्या है खबर?
मारुति सुजुकी बजट सेगमेंट की गाड़ियां बनाने के लिए जानी जाती है और हर महीने कंपनी की लाखों गाड़ियों की बिक्री होती है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी अब तक भारत में 2.5 करोड़ गाड़ियों की बिक्री कर चुकी है।
बता दें कि कंपनी अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए हरियाणा में नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भी लगा रही है। आइये जानते हैं इस बारे में क्या कुछ जानकारी मिली है।
इतिहास
40 सालों से भारत में गाड़ियां बना रही मारुति
भारत में कंपनी 40 सालों से गाड़ियां बना रही है। मारुति ने 1981 में अपना कारोबार शुरू किया था।
देश में कंपनी की तीन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं। मारुति अपने गुरुग्राम और मानेसर प्लांट में हर साल 15 लाख गाड़ियों का उत्पादन करती है। गुजरात प्लांट में हर वर्ष 7,50,000 गाड़ियों का उत्पादन होता है।
आने वाले वर्षों में कारों की मांग बढ़ने की उम्मीद है। इस वजह से मारुति हरियाणा के खरखौदा में अपनी नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बना रही है।
पहली कार
कंपनी की पहली कार थी मारुति 800
मारुति 800 कंपनी की पहली कार थी। इसे 47,500 रुपये में लॉन्च किया गया था। शुरुआती दौर में कंपनी इस कार का उत्पादन मारुति उद्योग लिमिटेड की हरियाणा यूनिट में किया करती थी, जिसे आज मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के नाम से जाना जाता है।
इस कार की पहली यूनिट के मालिक नई दिल्ली के हरपाल सिंह थे, जिन्होंने उत्पादन प्लांट में इसके औपचारिक उद्घाटन पर पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी से इस कार की चाबियां प्राप्त की थीं।
बिक्री
देश में सबसे अधिक गाड़ियां बेचती है मारुति
पिछले साल सबसे अधिक गाड़ियां बेचने वाली कंपनियों के लिस्ट में मारुति सुजुकी का नाम सबसे ऊपर है। कंपनी ने पिछले साल कुल 15.76 लाख गाड़ियों की बिक्री करने में सफल रही। 2021 में ये आंकड़े 13.64 लाख यूनिट्स थे।
दूसरा स्थान पर हुंडई है। हुंडई ने देश कुल 5,52,511 गाड़ियों की बिक्री की है। सालाना आधार पर कंपनी को 9.4 प्रतिशत का फायदा हुआ है। 2021 में कंपनी ने देश में 5,05,033 गाड़ियों की बिक्री की थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत बन चुका है तीसरा सबसे बड़ा कार बाजार
भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार ने जापान और जर्मनी के ऑटो बाजार को पीछे छोड़ तीसरा सबसे बड़ा कार बाजार बन गया है।
साल 2022 में भारतीय लोगों ने खूब गाड़ियां खरीदी हैं। देश में ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए भी साल 2022 बेहद अच्छा रहा।
पिछले साल घरेलू बाजार में कुल 50 लाख गाड़ियां खरीदी गईं, जो 2021 में बेचीं गई 40.82 लाख गाड़ियों की तुलना में लगभग 23.5 प्रतिशत अधिक थीं।