झारखंड में कोरोना के कारण स्कूल बंद होने से पढ़ना और लिखना भूले छात्र- सर्वे
झारखंड में कोरोना के कारण स्कूलों के बंद होने से यहां अधिकतर प्राइमरी और अपर-प्राइमरी के बच्चे पढ़ना और लिखना भूल गए हैं। यह जानकारी झारखंड के ज्ञान विज्ञान समिति की ओर से किये गए सर्वे की रिपोर्ट में सामने आई है। सर्वे 138 स्कूलों में किया गया था। रिपोर्ट में बताया गया कि लचर स्कूली व्यवस्था को जोरदार झटका कोरोना के दौरान लगा, जब दुनिया के मुकाबले यहां के सभी स्कूल दो साल के लिए बंद कर दिये गए।
मशहूर अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज ने तैयार की है रिपोर्ट
यह रिपोर्ट मनरेगा जैसा ड्रॉफ्ट तैयार करने वाले भारतीय अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज ने शोधार्थी परन अमित्व के साथ तैयार की है। इसमें बताया गया है कि 138 स्कूलों में से 20 प्रतिशत स्कूल सिर्फ एक शिक्षक के भरोसे हैं, जबकि यहां पढ़ने वाले 90 प्रतिशत बच्चे दलित या आदिवासी हैं। जिन स्कूलों में सर्वे किया गया वहां बिजली, पानी की आपूर्ति और शौचालय नहीं थे। बता दें, शिक्षा के वार्षिक सर्वेक्षण, 2011 में झारखंड की शिक्षा व्यवस्था सही नहीं थी।