पाकिस्तान में अमेरिकी विमानों पर हो सकता है आतंकी हमला, एडवायजरी जारी
अमेरिका ने अपनी एयरलाइंस को एडवायजरी जारी कर पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने से बचने को कहा है। अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से जारी इस एडवाइयजरी में कहा गया है कि पाकिस्तानी आतंकवादी समूह अमेरिकी विमानों को निशाना बना सकते हैं। बगदाद में प्रदर्शनकारियों द्वारा अमेरिकी दूतावास परिसर पर हुए हमले के बाद अमेरिका की तरफ से यह एडवायजरी जारी की गई है। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
कम ऊंचाई पर उड़ने वाले विमानों को खतरा- एडवायजरी
30 दिसंबर को जारी इस एडवायजरी में कहा गया है कि पाकिस्तान में आतंकी संगठनों और कट्टरपरंथी समूहों से अमेरिकी विमानों को खतरा हो सकता है। खासतौर पर उन विमानों को कम ऊंचाई पर उड़ान भरते हैं। इसके अलावा उड़ान भरते और उतरते समय भी विमानों को खतरा हो सकता है। पाकिस्तान में कुछ आतंकी संगठनों पर शक है कि उनकी पहुंच मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम तक है, जिससे पाकिस्तान में सिविल एविएशन पर भी हमला हो सकता है।
अमेरिका की तरफ से जारी एडवायजरी
क्या होता है एयरस्पेस?
किसी भी देश का अपने जमीनी तट से 22.2 किलोमीटर दूर तक समुद्र पर भी उसका अधिकार होता है। इसे जलसीमा कहते हैं। किसी भी देश की थल और जलसीमा के ऊपर के आकाशीय हिस्से को एयरस्पेस कहा जाता है।
बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर हमला क्यों हुआ था?
दरअसल, बीते सप्ताह अमेरिका ने पूर्वी सीरिया और पश्चिमी इराक में ईरानी मिलिशिया के ठिकानों पर बम बरसाए थे। इन हमलों में 25 लड़ाकों की मौत हुई थी। इन मौतों के विरोध में लोगों ने बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास परिसर पर हमला किया था। अमेरिकी ने इन प्रदर्शनों के पीछे ईरान का हाथ मानते हुए उसे अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। इसके बाद आज सुबह ईरान के जनरल की अमेरिकी हमले में मौत हो गई।
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारत के लिए बंद किया था एयरस्पेस
पाकिस्तान ने पिछले साल फरवरी में बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारत के लिए एयरस्पेस को बंद कर दिया था। फरवरी में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित आतंकी ठिकानों पर बम बरसाए थे। लगभग 140 दिन बाद जुलाई में पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस भारतीय एयरलाइंस के लिए खोला था। भारतीय एयरलाइंस कपंनियों को इस दौरान ज्यादा ईंधन की खपत और लंबी उड़ानों के कारण 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ था।
भारतीय प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को नहीं मिली थी एयरस्पेस इस्तेमाल की मंजूरी
पाकिस्तान ने जुलाई में एयरस्पेस खोलने के बाद भी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विमानों को अपने एयरस्पेस से गुजरने देने की इजाजत नहीं दी थी। सितंबर में भारत ने राष्ट्रपति कोविंद की आइसलैंड यात्रा और अक्टूबर में प्रधानमंत्री मोदी की सऊदी अरब यात्रा के लिए पाकिस्तान के एयरस्पेस का इस्तेमाल करने की मंजूरी मांगी थी, लेकिन पाकिस्तान ने यह मंजूरी नहीं दी। भारत ने अतंरराष्ट्रीय संस्था से इसकी शिकायत की थी।