
आज भी यादों में बसी हैं 26/11 मुंबई हमले से जुड़ी ये तस्वीरें
क्या है खबर?
भारत पर हुए सबसे भीषण आतंकी हमलों की बात करें तो जहन में सबसे पहली तस्वीर 26/11 मुंबई हमले की आती है।
समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से आए आतंकियों ने मुंबई में 150 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी।
आज इसकी 11 सालगिरह पर पूरा देश उस हमले में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि दे रहा है।
आइये, देखते हैं उस हमले से जुड़ी पांच ऐसी तस्वीरें, जो आज भी लोगों की यादों में बसी हैं।
अजमल कसाब
कसाब, एकमात्र जिंदा पकड़ा गया आतंकी
आतंकी अजमल कसाब की यह फोटो मुंबई मिरर के लिए काम करने वाले सेबेस्टियन डी'सूजा ने छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर ली थी।
अजमल कसाब इस हमले को अंजाम देने वाले 10 आतंकियों में से एकमात्र ऐसा आतंकी था, जिसे जिंदा पकड़ा गया था।
उसके जोड़ीदार अबु इस्माइल समेत बाकी नौ आतंकी सुरक्षाबलों के हाथों मारे जा चुके थे।
कसाब को 21 मई, 2012 को पुणे की यरवदा जेल में फांसी पर लटकाया गया था।
ताज होटल
ताज से उठती धुएं की लपटें
आतंकियों ने मुंबई की पहचान माने जाने वाले ताज महल पैलेस होटल को अपना मुख्य निशाना बनाया था।
समुद्री रास्ते से मुंबई आने के बाद कुछ आतंकी छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर गोलियां बरसाने लगे और कुछ ताज होटल में घुस गए।
आतंकियों ने होटल में अंधाधुध गोलियां बरसाईं, जिससे 31 लोगों की मौत हो गई। इनमें होटल में रूके हुए मेहमानों के अलावा होटल के स्टाफ सदस्य भी शामिल थे।
ताज की यह फोटो बचाव अभियान के दौरान की है।
CST
वारदात की भयावहता दर्शाती CST की यह तस्वीर
मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST) के फर्श पर बिखरा खून, यात्रियों के छूटे बैग, जान बचाकर भागे लोगों के चप्पल ये दिखाते हैं कि वह मंजर कितना दर्दनाक रहा होगा।
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस आतंकियों के मुख्य निशानों में से एक था। कसाब और उसके आतंकी जोड़ीदार अबु इस्माइल ने स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे लोगों पर गोलियां बरसाते हुए 60 से अधिक लोगों की जान ले ली और 100 से ज्यादा लोगों को घायल कर दिया था।
आतंक रोधी अभियान
हेलिकॉप्टर से उतरते कमांडो
26 नवंबर को घुसे आतंकी गोलियां बरसाते हुए ताज होटल और नरीमन हाउस मे छिप गए थे। वो ऊंचाई पर छिपकर सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे थे।
इसके बाद आतंक रोधी ऑपरेशन के लिए नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) कमांडो को बुलाया गया। ये कमांडो रस्सी के सहारे हेलिकॉप्टर से नरीमन हाउस की छत्त पर उतरे थे।
सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच लगातार दो दिन तक मुठभेड़ चली थी। सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर कर इसे खत्म किया था।
कसाब की कार
इस कार से भागने की कोशिश कर रहा था कसाब और इस्माइल
कसाब और इस्माइल तस्वीर में दिख रही कार लेकर दूसरी जगह भाग रहे थे।
मुंबई पुलिस के ASI तुकारम ओंबले ने गिरगांव चौपाटी पर उसे रोका था। इस दौरान कसाब ने पुलिस की टीम पर फायरिंग की थी।
कसाब फायरिंग का कवर लेकर भागने की कोशिश में था लेकिन शहीद ओंबले ने उसकी राइफल कोे पकड़ लिया।
इस छीना-झपटी में ओंबले को कई गोलियां लगीं और कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया। ओंबले ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।