ट्रम्प के निर्देशों पर बगदाद में हवाई हमला, ईरान के जनरल समेत आठ की मौत

इराक की राजधानी बगदाद के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुए हवाई हमले में ईरान की कुद्स फोर्स के जनरल कासिल सुलेमानी की मौत हो गई है। उनके साथ हमले में इराकी मिलिशिया कमांडर अबू महदी अल-मुहांदिस भी मारे गए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी अमेरिका ने ली है और इसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के निर्देश पर अंजाम दिया गया। ईरान के समर्थन वाले मिलिशिया के प्रवक्ता ने कहा कि मुहांदिस और सुलेमानी को मारने के लिए अमेरिकी और इजरायल जिम्मेदार हैं।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प के निर्देश में विदेश में रहने वाले अमेरिकी सैनिकों की रक्षा के लिए सुलेमानी को मारने का कदम उठाया गया है। अमेरिका ने उन्हें आतंकवादी घोषित किया हुआ था। बयान में कहा गया है कि इराक में अमेरिकी सैन्य अड्डों पर होने वाले हमलों को अंजाम देने में सुलेमानी का हाथ था। अमेरिका ने कहा कि यह एयरस्ट्राइक भविष्य में ईरानी हमले की योजनाओं को रोकने के लिए की गई है।
जनरल कासिम सुलेमानी ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के तहत काम करने वाली कुद्स फोर्स के प्रमुख थे। विदेशी अभियानों को अंजाम देने के लिए इस फोर्स का गठन किया गया था। बीबीसी के मुताबिक, सुलेमानी ईरान के सर्वोच्च नेता आयतोल्लाह अली खमेनई के प्रति जवाबदेह थे और उन्हें उनका करीबी माना जाता था। कुद्स फोर्स ईरान का समर्थन करने वालों और दूसरे देशों के सरकार विरोधियों को हथियारों से लेकर आर्थिक मदद तक देती है।
जनरल सुलेमानी की मौत ईरान समेत पूरे मध्य-पूर्व के लिए एक बड़ी घटना है। इससे ईरान और अमेरिका के बीच जारी तल्खी और बढ़ सकती है। आशंका जताई जा रही है कि ईरान और उसका समर्थन करने वाली ताकतें अब अमेरिका और इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर सकती है। इस घटना के बाद मिलिशिया ने सीधे तौर पर अमेरिका और इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। बता दें कि इस एयरस्ट्राइक में कुल आठ लोगों की मौत हुई है।
अमेरिका ने पिछले साल ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स और कुद्स फ़ोर्स को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था। यह पहली बार था जब अमेरिका ने किसी देश की सरकार के संगठन को आतंकी संगठन घोषित किया था।
इन प्रदर्शनों के लिए ट्रम्प ने ईरान को जिम्मेदार ठहराते हुए धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि था कि अमेरिका को किसी भी तरह का नुकसान पहुंचनाने के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। ट्रम्प ने नए साल के मौके पर कहा था कि इसके लिए ईरान बड़ी कीमत चुकाएगा। यह कोई चेतावनी नहीं बल्कि धमकी है। दो दिन बाद ही एयर स्ट्राइक में सुलेमानी की मौत हो गई। सुलेमानी पश्चिम एशिया में ईरानी गतिविधियों के प्रमुख रणनीतिकार थे।
सुलेमानी की मौत से पहले कई बार उनके मरने की अफवाहें उड़ी थी। 2006 में उत्तर-पश्चिमी ईरान में हवाई दुर्घटना और 2012 में दमिश्क में बमबारी में उनकी मौत की खबरें आईं थी।