अमेरिकी व्यक्ति 68 सालों तक हिचकियों से रहा पीड़ित, जिंदगीे में ली 43 करोड़ बार हिचकी
अगर हमें 10 मिनट तक लगातार हिचकियां आने लगे तो हम तुरंत इससे परेशान हो जाएंगे, लेकिन अमेरिका का एक व्यक्ति 68 सालों तक हिचकी से पीड़ित था। यह स्थिति कष्टदायक और परेशान करने वाली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, व्यक्ति को 1922 में हिचकी आना शुरू हुई थी, जब वह एक हादसे का शिकार हो गया था। इसके बाद उसने अपने जीवनकाल में 43 करोड़ से ज्यादा बार हिचकी ली, जिससे उसका नाम गिनीज बुक में शामिल हो गया।
1922 में गिरने के बाद चार्ल्स को आने लगीं हिचकियां
अमेरिका के आयोवा निवासी चार्ल्स ओसबोर्न कसाई का काम करते थे। 1992 में चार्ल्स सूअर को काटने से पहले उसका वजन करते वक्त गिर गए, जिसके बाद से उन्हें लगातार हिचकियां आना शुरू हो गईं। जब चार्ल्स ने इसके इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क किया तो जांच करने के बाद डॉक्टर ने बताया कि गिरने से चार्ल्स के मस्तिष्क के उस हिस्से पर असर पड़ा है, जहां हिचकी तंत्र होता है।
चार्ल्स को कहीं नहीं मिला समस्या का इलाज
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चार्ल्स की यह स्थिति बेहद दुर्लभ है, जो 1 लाख लोगों में से केवल 1 को प्रभावित करती है। इस कारण चार्ल्स की परेशानी का किसी के पास कोई इलाज नहीं था। उन्होंने हर कोशिश की, हर तरह के उपाय किए, लेकिन उन्हें हिचकियों से राहत नहीं मिली। इसके बाद चार्ल्स की लगातार आने वाली हिचकियों को हिचकी की सबसे लंबी समस्या के रूप में जाना जाने लगा।
हिचकी बंद होने के दूसरे दिन हो गई मृत्यु
चार्ल्स को हिचकी के कारण रात में सोने में भी दिक्कत होती थी, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने हिचकी के बीच सांस लेने के जरिये से हिचकी की आवाज को कम करना सीख लिया था। इस कारण वह रात में सो पाते थे। इस परेशानी के बावजूद उन्होंने अपनी 2 पत्नियों और 8 बच्चों के साथ एक सामान्य जीवन बिताया। हालांकि, 1990 में उनको हिचकियां आनी अचानक बंद हो गईं और अगले ही दिन उनकी मृत्यु हो गई।
न्यूजबाइट्स प्लस
सांस लेने की प्रक्रिया के दौरान फेफड़ों में हवा भर जाती है, इसलिए डायाफ्राम (सीने और पेट के बीच का हिस्सा) में कंपन होती है और वह सिकुड़ जाता है। इसके कारण सांस लेने का प्रवाह टूट जाता है और हिचकी आने लगती है। वहीं हिचकी की आवाज का संबंध वोकल कॉर्ड से जुड़ा है। दरअसल, डायाफ्राम के सिकुड़ने पर वोकल कॉर्ड थोड़ी देर के लिए बंद हो जाता है, जिसके कारण मुंह से हिचकी की आवाज आने लगती है।