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संयुक्त राष्ट्र ने बांग्लादेश में हिंसा का जिम्मेदार शेख हसीना की सरकार को माना
संयुक्त राष्ट्र ने बांग्लादेश में हिंसा के लिए शेख हसीना सरकार को जिम्मेदार बताया

संयुक्त राष्ट्र ने बांग्लादेश में हिंसा का जिम्मेदार शेख हसीना की सरकार को माना

लेखन गजेंद्र
Feb 12, 2025
02:26 pm

क्या है खबर?

संयुक्त राष्ट्र (UN) ने पिछले साल बांग्लादेश में विरोध-प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और हत्याओं के लिए पूर्व की शेख हसीना की सरकार को जिम्मेदार बताया है। UN ने कहा कि उसके पास यह मानने के लिए उचित आधार है कि देश में मानवता के विरुद्ध हत्या, यातना, कारावास और अन्य अमानवीय कृत्य किए गए हैं। UN ने यह बात पिछले साल जुलाई और 15 अगस्त के बीच हुई घटनाओं की जांच से जुड़ी रिपोर्ट के आधार पर कही है।

रिपोर्ट

बांग्लादेश में हुई 1,400 प्रदर्शनकारियों की हत्या

खबरों के मुताबिक, यह रिपोर्ट बांग्लादेश में मानवाधिकार जांचकर्ताओं और फोरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा पीड़ितों, गवाहों, विरोध नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ किए गए 230 से अधिक साक्षात्कारों पर आधारित है। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि लगभग 1,400 प्रदर्शनकारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिनमें से 12 से 13 प्रतिशत बच्चे थे। रिपोर्ट के मुताबिक, मारे गए लोगों में से अधिकांश सुरक्षा बलों की गोली से मारे गए थे, जिससे मरने वालों की संख्या 1,400 हो गई।

खुलासा

आवामी लीग पार्टी के लोग शामिल थे- रिपोर्ट

रिपोर्ट में बताया गया है कि जांच में बांग्लादेशी सुरक्षा, खुफिया सेवाएं और हसीना की अवामी लीग पार्टी के हिंसक तत्व भी प्रदर्शनकारियों पर हमले में कथित रूप से शामिल थे, क्योंकि सरकार सत्ता में बने रहने का प्रयास कर रही थी। इस दौरान सुरक्षा बलों ने निहत्थे प्रदर्शनकारियों को जानबूझ कर नजदीक से गोली मारी और उन्हें अपंग बना दिया, जबकि कई की मौत हो गई। महिलाओं को रेप की धमकी दी गई और बच्चों को प्रताड़ित किया गया।

रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के प्रमुख ने क्या कहा?

समाचार एजेंसी AFP के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के प्रमुख वोल्कर तुर्क ने बांग्लादेश की रिपोर्ट पर कहा कि यह क्रूर प्रतिक्रिया पूर्व सरकार द्वारा व्यापक विरोध के बावजूद सत्ता पर काबिज रहने की एक सोची-समझी और सुनियोजित रणनीति थी। बता दें, अगस्त में बड़े पैमाने पर हिंसा के बाद शेख हसीना अपनी बहन के साथ वायुसेना के हेलीकॉप्टर से भारत आ गई थीं। अभी वे भारत में हैं। बांग्लादेश उनके प्रत्यर्पण को लेकर दबाव बना रहा है।