UN मानवाधिकार आयोग की बैठक में कश्मीर पर एक-दूसरे के सामने होंगे भारत और पाकिस्तान
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर तनाव के बीच भारत और पाकिस्तान जेनेवा में हो रही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (UNHRC) के 42वें सत्र में एक-दूसरे के आमने-सामने आ सकते हैं।
सोमवार को बैठक के लिए रवाना होने से पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने ट्वीट करते हुए कहा कि वह "कश्मीरियों पर हो रहे अत्याचार" के बारे में बात करेंगे।
भारत का प्रतिनिधिमंडल भी जेनेवा के लिए रवाना हो गया है।
कश्मीर मुद्दा
कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचने में लगा हुआ है पाकिस्तान
5 अगस्त को कश्मीर पर भारत सरकार के फैसले के बाद से ही पाकिस्तान मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय करने की कोशिश कर रहा है।
उसने भारत पर कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप भी लगाया है।
जेनेवा में हो रही UNHRC की इस बैठक में भी पाकिस्तान भारत के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन का प्रस्ताव पेश कर सकता है।
हालांकि, इसे पारित कराने में उसे सफलता मिलेगी, ऐसा होना बेहद मुश्किल नजर आता है।
बैठक
पहले पाकिस्तान फिर भारत रखेगा अपना पक्ष
बैठक में आज दोपहर को पहले पाकिस्तान बोलेगा और कश्मीर को लेकर भारत पर आरोप लगा सकता है।
इस बीच भारत पाकिस्तान के हर आरोप का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
भारत के एक विदेश सचिव और पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त रहे अजय बसारिया भारतीय दल का नेतृत्व कर रहे हैं।
भारत ने 47 देशों के प्रतिनिधियों से मिलकर कश्मीर पर अपना पक्ष रखा है और पाकिस्तान की हर चाल को नाकाम करने की पूरी तैयारी है।
जानकारी
भारत उठा सकता है पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का मुद्दा
खबरों के अनुसार, भारत ने एक प्लान ऑफ एक्शन (PoA) तैयार किया है और वह पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर होने वाले अत्याचार, हिंदुओं और सिखों का जबरन धर्मांतरण और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और गिलगिट-बाल्टिस्तान में मानवाधिकर उल्लंघन का मुद्दा उठा सकता है।
कश्मीर में पाबंदियां
कल UNHRC प्रमुख ने जताई थी कश्मीर के हालात पर गहरी चिंता
इससे पहले सोेमवार को UNHRC प्रमुख मिशेल बैचलेट ने कश्मीर में लगी पाबंदियों पर गहरी चिंता जताई थी।
उन्होंने भारत सरकार से कश्मीर में लगी मौजूदा पाबंदियों और कर्फ्यू को हटाने, लोगों को मूल सुविधाएं देने और हिरासत में लिए गए लोगों के अधिकारों की रक्षा करने का अनुरोध किया था।
उन्होंने कहा था कि ये महत्वपूर्ण है कि कश्मीर के लोगों की ऐसे फैसलों पर राय ली जाए जिनका उनके भविष्य पर असर होगा।
प्रतिक्रिया
इमरान ने किया बैचलेट के बयान का स्वागत
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बैचलेट के बयान का स्वागत करते हुए इसे पाकिस्तान की जीत बताया था।
ट्वीट करते हुए उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कश्मीर में हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघनों पर चुप न रहने और जांच समिति बनाने की मांग की थी।
इसके विपरीत भारत ने बैचलेट के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और वह बैठक में अपने बयान के जरिए ही अपना पक्ष आगे रखेगा।