युद्धग्रस्त सूडान में 4 महीने में 1,200 बच्चों की मौत, दिसंबर तक हजारों मौतों की आशंका
सूडान के शरणार्थी शिविरों में मई से अब तक खसरे और कुपोषण के कारण 5 साल से कम उम्र के 1,200 बच्चों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र (UN) ने मंगलवार को दी। उसने सूडान में चल रहे संघर्ष के बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ रहे प्रभाव पर चिंता जताई है। संगठन के मुताबिक, युद्धग्रस्त सूडान में दिसंबर तक हजारों नवजातों के मरने की संभावना है। इसका कारण नागरिकों की उपेक्षा और पोषण कार्यक्रमों पर असर है।
UN ने क्या कहा?
संयुक्त राष्ट्र बाल एजेंसी के प्रवक्ता जेम्स एल्डर ने जिनेवा में पत्रकारों से कहा कि नागरिकों के प्रति क्रूर उपेक्षा और स्वास्थ्य और पोषण सेवाओं पर लगातार हमलों के कारण UNICEF को डर है कि अब से लेकर साल के अंत तक सूडान हजारों नवजात शिशुओं की मौत हो जाएगी। एल्डर ने बताया कि अक्टूबर से दिसंबर के बीच देश में 3,33,000 बच्चे पैदा होने वाले हैं और युद्धग्रस्त देश में पोषण सेवाएं तबाह हो गई हैं।
सूडान में 6 महीने से चल रहा है संघर्ष
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सूडान में पिछले 6 महीने से सेना, अर्धसैनिक समूह और रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच संघर्ष चल रहा है। ऐसे में कर्मचारियों और दवाओं की कमी है। एल्डर ने बताया कि सूडान में हर महीने करीब 55,000 बच्चों को कुपोषण से उबरने के लिए उपचार की जरूरत होती है, लेकिन राजधानी खार्तूम में स्थित 50 पोषण केंद्रों में एक भी नहीं चल रहा, वहीं पश्चिम दारफुर में 10 में से एक ही केंद्र चालू है।