कोरोना वायरस: थाईलैंड में 100 दिन से नहीं मिला घरेलू संक्रमण का मामला, ऐसे पाया काबू
क्या है खबर?
थाईलैंड में बीते 100 दिनों से कोरोना वायरस के घरेलू संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
इसके साथ ही यह उन देशों की फेहरिस्त में शामिल हो गया है, जहां कोरोना संक्रमण एक तरह से काबू में आ चुका है।
यहां 26 मई को आखिरी बार घरेलू संक्रमण का मामला सामने आया था। हालांकि, यहां बाहर से आ रहे लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो रही है, जिन्हें ठीक होने तक क्वारंटाइन किया जा रहा है।
बचाव के तरीके
थाईलैंड ने सीमा पर लागू की थी कड़ी पाबंदी
थाईलैंड के अलावा ताइवान, वियतनाम और न्यूजीलैंड ऐसे देश थे, जहां 100 दिनों तक घरेलू संक्रमण का मामला सामने नहीं आया था।
थाईलैंड की इस कामयाबी के पीछे सीमा पर कड़ी पाबंदी को माना जा रहा है। यहां कई महीनों तक दूसरे देशों से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध था।
हालांकि, थाईलैंड को इसकी कीमत भी चुकानी पड़ी है। सीमा बंद होने के साथ-साथ यहां बीच और पर्यटक स्थल भी बंद रहे, जिससे अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
जानकारी
बढ़ते दबाव के बीच सरकार ने पर्यटकों की अनुमति दी
कोरोना संकट से पहले थाईलैंड की अर्थव्यवस्था में पर्यटन क्षेत्र का हिस्सा लगभग 20 प्रतिशत था। कई महीनों से इसके ठप्प होने के कारण सरकार पर दबाव बढ़ रहा था। इसे देखते हुए सरकार अब पर्यटकों को आने की अनुमति देने को तैयार हुई है।
दुविधा
जन स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के बीच संतुलन बनाने में आ रही परेशानी
थाईलैंड सरकार की महामारी पर काबू रखते हुए अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने की दुविधा दिखाती है कि दुनियाभर में सरकारों को लोगों की सेहत और अर्थव्यवस्था में संतुलन कायम करने में मुश्किलें आ रही हैं।
कई देशों ने शुरुआती दिनों में वायरस पर नियंत्रण लगाने के लिए लॉकडाउन लागू कर दिए, लेकिन वो अर्थव्यवस्था पर इसका असर नहीं झेल पाए।
अब अमेरिका और भारत जैसे देश बढ़ते संक्रमण के बीच अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने की कोशिश कर रहे हैं।
जानकारी
पाबंदियां हटने के बाद बढ़ा है संक्रमण
कैरिबियाई देश अरुबा की अर्थव्यवस्था भी पर्यटन पर निर्भर है। यहां पर्यटकों के लौटने के साथ संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। यही हाल यूरोपीय देशों का है, जहां गर्मियों की छुट्टियां पूरी होने के बाद संक्रमण की दूसरी लहर दस्तक दे रही है।
थाईलैंड
अब प्रशासन को सता रही यह चिंता
अब थाईलैंड के अधिकारियों को इस बात की चिंता है कि यहां न्यूजीलैंड और वियतनाम की तरफ फिर से मामले सामने आने शुरू न हो जाएं।
न्यूजीलैंड में 102 दिनों तक घरेलू संक्रमण का मामला नहीं मिला था, लेकिन बीते महीने सरकार को महामारी पर काबू पाने के लिए अपने सबसे बड़े शहर ऑकलैंड में लॉकडाउन लगाना पड़ा।
इसी तरह वियतनाम में एक तटीय इलाके में एक महीने के भीतर मौतों की संख्या 0 से 30 हो गई थी।
महामारी का प्रवेश
चीन के बाहर थाईलैंड में मिला था पहला कोरोना संक्रमित
थाईलैंड में घरेलू स्तर पर 100 दिनों तक एक भी मामला न मिलना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पहला देश था, जहां चीन से बाहर इस महामारी ने कदम रखा था।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, यहां 13 जनवरी को पहला मामला सामने आया था। उसके बाद से अभी तक थाईलैंड में कुल 3,425 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिनमें से 58 की मौत हुई है।
वहीं 93 मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
ऐहतियात
संक्रमण को काबू में रखने के लिए अपनाए गए ये तरीके
मार्च में सरकार ने संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए लॉकडाउन लागू किया था। उसके बाद से स्थानीय व्यापारिक प्रतिष्ठानों को खुलने की इजाजत दे दी गई।
यहां कोरोना वायरस को फैलने के रोकने के लिए मास्क अनिवार्य किया गया और गांवों में हालात पर नजर रखने के लिए स्वास्थ्य वॉलेंटियर तैनात किए गए।
साथ ही लक्षण दिखने वाले लोगों को आगे आकर कोरोना वायरस टेस्ट कराने के लिए प्रोत्साहित किया गया।