रूस में स्पूतनिक-V के एक खुराक वाले वर्जन को मंजूरी, वैक्सीनेशन में आएगी तेजी
रूस ने स्पूतनिक-V के एक खुराक वाले वर्जन को मंजूरी दी है और इसका नाम स्पूतनिक लाइट रखा गया है। वैक्सीन को विकसित करने में आर्थिक मदद देने वाले रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) का कहना है कि इस वैक्सीन ने वायरस के खिलाफ 80 प्रतिशत प्रभावकारिता दिखाई है। बता दें कि मॉस्को स्थित गामालेया इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित की गई स्पूतनिक-V को भारत समेत 64 से अधिक देशों में इस्तेमाल के लिए हरी झंडी मिल चुकी है।
वैक्सीन ने दिखाई 79.4 प्रतिशत प्रभावकारिता
RDIF का दावा है कि स्पूतनिक लाइट केवल एक ही खुराक में कोरोना वायरस के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा देगी। जानकारी के अनुसार, पिछले साल दिसंबर से लेकर इस साल अप्रैल के बीच लोगों को स्पूतनिक लाइट की खुराक दी गई और उसके 28 दिन बाद यह डाटा लिया गया। RDIF का कहना है कि वैक्सीन ने क्लिनिकल ट्रायल की बजाय असल दुनिया की परिस्थितियों में वायरस के खिलाफ 79.4 प्रतिशत प्रभावकारिता दिखाई है।
अस्पताल में भर्ती होने की संभावना कम करती है वैक्सीन
अभी ट्रायल के आंतरिक नतीजे घोषित किए गए हैं। इस महीने के आखिर तक अंतिम नतीजे सामने आ जाएंगे। RDIF ने यह भी कहा कि शुरुआती और मध्यम चरण में इस वैक्सीन से गंभीर साइड इफेक्ट नहीं देखे गए। बताया गया है स्पूतनिक लाइट की एक खुराक गंभीर संक्रमण के साथ अस्पताल में भर्ती होने के मामलों को काफी हद तक कम कर देती है। बता दें कि स्पूतनिक-V को पिछले साल अगस्त में लॉन्च किया गया था।
28 दिन बाद 91 प्रतिशत लोगों में पाई गईं एंटीबॉडीज
स्पूतनिक की तरफ से किए गए ट्वीट में स्पूतनिक लाइट की खास बातों के बारे में बताते हुए लिखा गया है कि इसने लगभग 80 प्रतिशत प्रभावकारिता दिखाई है, जो कई दो खुराकों वाली वैक्सीन से अधिक है। स्पूतनिक लाइट की एक खुराक लेने के 28 दिन बाद 91.7 प्रतिशत लोगों में वायरस को खत्म कर देने वाली एंटीबॉडीज पाई गई थीं। कंपनी ने कहा कि यह वैक्सीन वायरस के मौजूदा सभी म्यूटेंट के खिलाफ प्रभावी है।
लगभग 700 रुपये है खुराक की कीमत
स्पूतनिक लाइट के बारे में कंपनी का दावा है कि जिन लोगों में पहले से वायरस के खिलाफ इम्युनिटी बनी हुई थी, उन सभी के एंटीबॉडी लेवल में 10 दिन बाद 40 गुना बढ़ोतरी देखी गई थी। बता दें कि दो खुराक वाली स्पूतनिक-V की प्रभावकारिता 91 प्रतिशत है। RDIF की तरफ से बताया गया है कि स्पूतनिक लाइट की कीमत 700 रुपये से भी कम है और इसे 2-8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर स्टोर किया जा सकता है।
भारत में स्पूतनिक-V को मिल चुकी है मंजूरी
भारत में स्पूतनिक-V की दो खुराकों वाली वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। भारत में हैदराबाद स्थित डॉ रेड्डीज लैबोरेट्री ने इसके क्लिनिकल ट्रायल किए थे और यही कंपनी इसका उत्पादन करेगी। भारत में हर साल इसकी 85 करोड़ खुराकों का उत्पादन किया जाएगा। फिलहाल उत्पादन शुरू न होने के कारण इन्हें रूस से आयात किया जा रहा है और कई लाख खुराकें भारत पहुंच चुकी हैं और जल्द ही इनका वितरण शुरू होगा।