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कोरोना: आंध्र प्रदेश में मिला 15 गुना खतरनाक स्ट्रेन, 3-4 दिन में कर रहा गंभीर बीमार

कोरोना: आंध्र प्रदेश में मिला 15 गुना खतरनाक स्ट्रेन, 3-4 दिन में कर रहा गंभीर बीमार

May 04, 2021
05:09 pm

क्या है खबर?

देश में कोरोना संक्रमण के कारण लगातार खराब होते हालत के बीच एक और चिंताजनक खबर सामने आई है। सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्युलर बायोलॉजी (CCMB) ने कोरोना के एक वेरिएंट (N440) का पता लगाया है, जो विशाखापट्टनम समेत आंध्र प्रदेश के कई दूसरे इलाकों में संक्रमितों की तेजी से बढ़ती संख्या का कारण हो सकता है। हालांकि, मामले बढ़ने के पीछे AP (आंध्र प्रदेश) स्ट्रेन कहे जाने वाले इसी वेरिएंट के होने की पुष्टि नहीं हुई है।

जानकारी

मौजूदा वेरिएंट्स से 15 गुना खतरनाक है नया स्ट्रेन

द हिंदू की रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे पहले कर्नूल में मिले इस स्ट्रेन को पहले से मौजूद वेरिएंट्स से 15 गुना खतरनाक माना जा रहा है। यह कोरोना के भारतीय वेरिएंट्स कहे जाने वाले स्ट्रेन से भी खतरनाक बताया जा रहा है।

बयान

जांच के लिए भेजे गए हैं सैंपल

विशाखापट्टनम के जिलाधिकारी वी विनय चंद ने कहा, "हमें अभी पता लगाना है कि फिलहाल कौन सा स्ट्रेन फैल रहा है। जांच के लिए सैंपलों को CCMB भेजा गया है, लेकिन एक बात तय है कि विशाखापट्टनम में अभी जो स्ट्रेन फैल रहा है, वो पिछले साल आई पहली लहर से बहुत अलग है।" जिले के कोविड स्पेशल ऑफिसर और आंध्र मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल पीवी सुधाकर भी नए स्ट्रेन के अधिक खतरनाक होने की बात की पुष्टि करते हैं।

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नया स्ट्रेन

कम समय में मरीज को कर देता है ज्यादा बीमार

सुधाकर कहते हैं, "नए वेरिएंट का इनक्यूबेशन पीरियड छोटा है और यह तेजी से फैलता है। पहले जहां एक मरीज को संक्रमण होने के लगभग एक सप्ताह बाद सांस लेने आदि में तकलीफ होती थी, लेकिन अभी संक्रमण के तीसरे-चौथे दिन ही मरीज की हालत गंभीर हो जाती है। इस वजह से अस्पतालों में ऑक्सीजन और ICU बिस्तरों पर दबाव बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि इस वेरिएंट के बारे में अनुमान लगाना बेहद मुश्किल है।

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नया स्ट्रेन

चार-पांच लोगों तक संक्रमण फैला सकता है संक्रमित व्यक्ति

विशेषज्ञों ने कहा कि पहली लहर में जहां कुछ देर तक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहने से संक्रमण दूसरे व्यक्ति तक फैलता था, लेकिन इस बार थोड़ा सा संपर्क काफी है। इस वजह से एक संक्रमित व्यक्ति अपने संपर्क में आए चार-पांच लोगों तक संक्रमण फैला सकता है। सुधाकर ने कहा कि इस वायरस से कोई सुरक्षित नहीं है। जवान और मजबूत इम्युनिटी वाले लोग भी इस स्ट्रेन की चपेट में आ रहे हैं।

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