कोरोना: अधिक खतरे वाले लोगों से पहले युवाओं को वैक्सीन लगाना गलत- AIIMS निदेशक
क्या है खबर?
देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने की मांग की जा रही है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह समेत कई लोग ये मांग कर चुके हैं कि युवा लोगों को भी वैक्सीन लगाई जाए।
हालांकि, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया इस मांग से सहमत नहीं है। उनका कहना है कि ज्यादा खतरे वाले लोगों से पहले युवाओं को वैक्सीन देना गलत है।
वैक्सीनेशन अभियान
अभी किन लोगों को लगाई जा रही वैक्सीन?
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान का फिलहाल दूसरा चरण जारी है। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मियों को वैक्सीन लगाई थी।
1 मार्च से शुरू हुए दूसरे चरण में 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से अधिक के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। इससे कम उम्र के लोगों को अभी वैक्सीनेशन अभियान के दायरे में नहीं लाया गया है।
वैक्सीनेशन अभियान
वैक्सीन की उपलब्धता को बताया बड़ा मुद्दा
न्यूज18 को दिए इंटरव्यू में गुलेरिया ने कहा कि आदर्श स्थिति में सभी लोगों को वैक्सीन लगनी चाहिए, लेकिन उसके लिए पर्याप्त मात्रा में खुराकें होना जरूरी है। अगर 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन दी जाए तो उसके लिए लगभग दो अरब खुराकों की जरूरत होगी, जिसकी उपलब्धता असंभव है। इसलिए पहले अग्रिम मोर्चे पर तैनात लोगों को और महामारी से सबसे ज्यादा खतरा झेल रहे लोगों को वैक्सीन दी जा रही है।
वैक्सीनेशन अभियान
चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाएगा दायरा- गुलेरिया
गुलेरिया ने आगे कहा कि एक बार चरणबद्ध तरीके से ऊपर बताए गए लोगों को वैक्सीन की खुराकें देने के बाद इसका दायरा बढ़ाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में ऐसा किया जा रहा है। इसके लिए अधिक से अधिक लोगों को जल्द से जल्द कवर करने की जरूरत है। वैक्सीनेशन अभियान इस तरह चलना चाहिए कि सभी लोगों को इसमें शामिल किया जा सके।
कोरोना संक्रमण
मामले बढ़ने के पीछे क्या वजह?
जब डॉ गुलेरिया से पूछा गया कि भारत में मामले फिर से क्यों बढ़ रहे हैं तो उन्होंने कहा कि इसके पीछे कई कारण है। लोगों ने मास्क पहनना बंद कर दिया है, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है और लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर पार्टियां कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में वायरस तेजी से फैलेगा और यही हो रहा है। लोगों ने सावधानियां बरतनी छोड़ दी हैं, लेकिन वायरस अभी गया नहीं है।
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1 अप्रैल से बढ़ रहा वैक्सीनेशन का दायरा
केंद्र सरकार ने 1 अप्रैल के बाद 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने का फैसला किया है।
अभी तक 45 साल से अधिक उम्र के उन लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही थी, जो किसी बीमारी से जूझ रहे थे।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सभी योग्य लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील करते हुए कहा कि 1 अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा।
डाटा
वैक्सीनेशन अभियान की क्या स्थिति?
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 4,84,94,594 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 32,53,095 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। अभी वैक्सीनेशन अभियान का दूसरा चरण चल रहा है।