NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    चीन समाचार
    पाकिस्तान समाचार
    अफगानिस्तान
    रूस समाचार
    श्रीलंका
    निक्की हेली
    यूक्रेन युद्ध
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / ब्राजील: सरकारी इमारतों पर हमलों के विरोध में निकलीं रैलियां, जानें और क्या-क्या हुआ
    दुनिया

    ब्राजील: सरकारी इमारतों पर हमलों के विरोध में निकलीं रैलियां, जानें और क्या-क्या हुआ

    ब्राजील: सरकारी इमारतों पर हमलों के विरोध में निकलीं रैलियां, जानें और क्या-क्या हुआ
    लेखन प्रमोद कुमार
    Jan 10, 2023, 04:44 pm 1 मिनट में पढ़ें
    ब्राजील: सरकारी इमारतों पर हमलों के विरोध में निकलीं रैलियां, जानें और क्या-क्या हुआ
    ब्राजील: सरकारी इमारतों पर हमलों के विरोध में निकलीं रैलियां

    ब्राजील के संसद, सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति भवन पर पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों के धावे के विरोध में हजारों लोगों ने सोमवार को रैलियां निकालीं। ब्राजील के सबसे बड़े शहर साओ पाउलो में हजारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर बोल्सोनारो को जेल भेजने की मांग की। दूसरी तरफ पुलिस ने अब तक हिंसा में शामिल 1,500 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आइये जानते हैं कि रविवार को हुई हिंसा के बाद क्या-क्या हुआ है।

    रविवार को क्या हुआ था?

    ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों ने रविवार को देश की अहम सरकारी इमारतों पर धावा बोला था। चुनावी हार स्वीकार करने से इनकार कर चुके बोल्सोनारो के हजारों समर्थकों ने राजधानी ब्राजिलिया स्थित राष्ट्रपति भवन, संसद और सुप्रीम कोर्ट पर धावा बोला और जमकर तोड़फोड़ की। हालांकि, बोल्सोनारो ने इस हिंसा की निंदा करते हुए इसमें अपनी भूमिका से इनकार किया था। अमेरिका और कनाडा समेत कई देशों ने हिंसा की निंदा की है।

    राष्ट्रपति ने किया प्रभावित स्थलों का दौरा

    सोमवार शाम को 77 वर्षीय राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने संसद, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट का दौरा किया और तोड़फोड़ का जायजा लिया। यहां लूला ने हिंसा को 'आतंकी कृत्य' करार देते हुए एक बार फिर दोषियों को कड़ी सजा देने की बात दोहराई।

    लूला ने सुरक्षाबलों की आलोचना की

    रविवार को सरकारी इमारतों में हिंसा होने देने के लिए राष्ट्रपति लूला ने सुरक्षा एजेंसियों की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि राजधानी ब्राजिलिया की पुलिस ने इसे अनदेखा किया, ब्राजिलिया की इंटेलीजेंस ने इसे नजरअंदाज किया। उन्होंने कहा कि फुटेज में साफ दिख रहा है कि पुलिस अधिकारी दंगाइयों से बात कर रहे थे। दंगाइयों और पुलिस के बीच खुली मिलीभगत थी। लूला के अलावा कई अन्य लोगों ने भी पुलिस पर सवाल उठाए हैं।

    हिंसा के विरोध में सड़कों पर उतरे लोग

    सरकारी इमारतों पर हुए हमलों के विरोध में सोमवार को हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और बोल्सोनारो की गिरफ्तारी की मांग की। इनमें भाग लेने वाले अधिकतर लोगों ने वामपंथी वर्कर्स पार्टी के लाल रंग के कपड़े पहने हुए थे। उनका कहना था कि तख्तापलट के इच्छुक लोगों पर कोई रहम नहीं किया जाना चाहिए और उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए। रैली में शामिल लोगों ने ब्राजील की सबसे मशहूर जगह पोलिस्ता एवेन्यू को भी जाम कर दिया।

    ब्राजिलिया के गवर्नर को पद से हटाया गया

    ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट ने ब्राजिलिया के गवर्नर इबेनईस रोका को 90 दिनों के लिए उनके पद से हटा दिया है। कानून मंत्री ने रोका को दंगे रोकने में विफल करार देते हुए कहा कि उन्होंने हिंसा के दौरान चुप्पी साधे रखी।

    बोल्सोनारो समर्थकों के कैंप हटाए गए

    रविवार को हुई हिंसा के बाद राष्ट्रपति लूला ने आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल किया है। सोमवार को पुलिस ने ब्राजिलिया में बने बोल्सोनारो के समर्थकों के कैंपों को हटाना शुरू कर दिया है। दरअसल, कई समर्थकों ने चुनाव नतीजों से नाखुश होकर अलग-अलग शहरों में अपने कैंप लगा लिए हैं। इनमें से कई सैन्य कैंपों के बाहर बने हुए हैं। बोल्सोनारो के कई समर्थकों की मांग है कि अब सेना को हस्तक्षेप करना चाहिए।

    बोल्सोनारो बीमार, अस्पताल में भर्ती

    चुनाव के बाद से ब्राजील छोड़कर अमेरिका में रह रहे बोल्सानारो को पेट दर्द के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि बोल्सोनारो में अक्टूबर में हुए चुनाव में आए नतीजों को स्वीकार नहीं किया है।

    मामूली अंतर से चुनाव हारे थे बोल्सोनारो

    पिछले साल अक्टूबर में हुए चुनाव के बाद ब्राजील की सत्ता दक्षिणपंथ से वामपंथ के हाथ आ गई है। वामपंथी वर्कर्स पार्टी के लूला डा सिल्वा ने दक्षिणपंथी जायर बोल्सोनारो को हराकर यह चुनाव जीता था। हालांकि, दोनों के बीच कांटे की टक्कर रही और लूला को 50.9 प्रतिशत वोट मिले, जबकि बोल्सोनारो के खाते में 49.1 फीसदी वोट आए। लूला की जीत घोषित होने के बाद से ही बोल्सोनारो के समर्थकों ने उनके खिलाफ विरोध शुरू कर दिया था।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ताज़ा खबरें
    अमेरिका
    ब्राजील
    सुप्रीम कोर्ट

    ताज़ा खबरें

    गर्मियों में बालों को बाउंसी और सिल्की बनाने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके बालों की देखभाल
    UGC NET: राजनीति विज्ञान से परीक्षा दे रहे छात्र ऐसे करें तैयारी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग
    डेविड वार्नर हासिल कर सकते हैं भारत के खिलाफ बड़ी उपलब्धि, केवल 10 रनों की जरूरत डेविड वार्नर
    इलेक्ट्रिक वाहनों की रेंज बढ़ाने में आपकी मदद करेंगे ये टिप्स इलेक्ट्रिक वाहन

    अमेरिका

    खालिस्तान समर्थकों ने अमृतपाल के समर्थन में सैन फ्रांसिस्‍को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में की तोड़फोड़ लंदन
    अमेरिका: बाथरूम में कैमरा छिपाकर पिता अपने ही बच्चों की बनाता था अश्लील वीडियो, गिरफ्तार अजब-गजब खबरें
    डोनाल्ड ट्रंप को 7 साल पुराने मामले में क्यों सता रहा है गिरफ्तारी का डर? डेमोक्रेटिक पार्टी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से तैयार कंटेंट को मिल सकता है कॉपीराइट प्रोटेक्शन, जानिए कैसे? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

    ब्राजील

    ब्राजील: 19 वर्षीय युवती ने जुड़वां बच्चों को दिया जन्म, लेकिन दोनों के पिता अलग-अलग DNA
    ब्राजील की सरकारी इमारतों पर बोल्सोनारो के समर्थकों का धावा, यहां तक कैसे पहुंची स्थिति? चुनाव आयोग
    ब्राजील: पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों ने अहम सरकारी इमारतों पर बोला धावा अमेरिका
    ब्राजील के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी पेले का 82 साल की उम्र में निधन पेले

    सुप्रीम कोर्ट

    सुप्रीम कोर्ट ने लिव-इन रिलेशनशिप के रजिस्ट्रेशन की मांग वाली याचिका की खारिज  लिव-इन रिलेशनशिप
    सुप्रीम कोर्ट का सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट लेने से इनकार, CJI बोले- पारदर्शिता की जरूरत जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़
    OROP: पारिवारिक पेंशनरों को 30 अप्रैल तक किया जाए बकाया राशि का भुगतान- सुप्रीम कोर्ट  केंद्र सरकार
    उद्धव सरकार गिरने में राज्यपाल की भूमिका पर सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी, जानें क्या कहा उद्धव ठाकरे

    दुनिया की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    World Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023