Newsbytes
  • देश
  • राजनीति
  • दुनिया
  • बिज़नेस
  • खेलकूद
  • मनोरंजन
  • टेक्नोलॉजी
  • करियर
  • अजब-गजब
  • लाइफस्टाइल
  • ऑटो
  • एक्सक्लूसिव
  • वीडियो
  • खबरें
English
अन्य
चर्चित विषय
चीन समाचार
पाकिस्तान समाचार
अफगानिस्तान
रूस समाचार
यूक्रेन संकट
कोरोना का नया स्ट्रेन
लैम्ब्डा वेरिएंट
Newsbytes
English
Newsbytes
User Placeholder

Hi,

Logout


देश
राजनीति
दुनिया
बिज़नेस
खेलकूद
मनोरंजन
टेक्नोलॉजी
करियर
अजब-गजब
लाइफस्टाइल
ऑटो
एक्सक्लूसिव
वीडियो
खबरें

अन्य लिंक
  • वीडियो

हमें फॉलो करें
  • Facebook
  • Twitter
  • Linkedin
  • Youtube
 
होम / खबरें / दुनिया की खबरें / दक्षिण अफ्रीका में मिला नया वेरिएंट कितना खतरनाक है और क्या वैक्सीनें इसके खिलाफ काम करेंगी?
दुनिया

दक्षिण अफ्रीका में मिला नया वेरिएंट कितना खतरनाक है और क्या वैक्सीनें इसके खिलाफ काम करेंगी?

दक्षिण अफ्रीका में मिला नया वेरिएंट कितना खतरनाक है और क्या वैक्सीनें इसके खिलाफ काम करेंगी?
लेखन प्रमोद कुमार
Sep 01, 2021, 08:41 pm 4 मिनट में पढ़ें
दक्षिण अफ्रीका में मिला नया वेरिएंट कितना खतरनाक है और क्या वैक्सीनें इसके खिलाफ काम करेंगी?
दक्षिण अफ्रीका में मिला नया वेरिएंट कितना खतरनाक है?

दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने हाल ही में बताया कि उन्हें कोरोना वायरस का एक नया वेरिएंट मिला है, जिसमें तेजी से म्यूटेशन हो रहे हैं और यह एंटीबॉडीज से मिली सुरक्षा को भी चकमा दे सकता है। वैज्ञानिकों ने बताया यह C.1.2 वेरिएंट सबसे पहले मई में सामने आया था और उसके बाद से ये दक्षिण अफ्रीका के अधिकतर राज्यों के साथ-साथ यूरोप और एशिया के सात अन्य देशों में भी फैल चुका है।

जानकारी
कैसे बनता है वायरस का नया स्ट्रेन?

कोरोना महामारी फैलाने के पीछे SARS-CoV2 वायरस का हाथ है। वायरस के DNA में बदलाव को म्यूटेशन कहा जाता है। ज्यादा म्यूटेशन होने पर वायरस नया रूप ले लेता है, जिसे नया स्ट्रेन कहा जाता है। वायरस के नए स्ट्रेन सामने आने के कई कारण हैं। इसमें एक कारण लगातार वायरस का फैलना है। कोरोना से संक्रमित हर नया मरीज वायरस को म्यूटेट होना का मौका देता है। ऐसे में मरीज बढ़ने के साथ-साथ वेरिएंट की संभावना बढ़ जाती है।

कोरोना वायरस
सबसे पहले कहां मिला C.1.2 वेरिएंट?

C.1.2 वेरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका के म्पुमलंगा और गुआतेंग राज्य में सामने आया था। जून में दो अन्य राज्यों के साथ-साथ चीन और इंग्लैंड में भी इसके मामले सामने आए। कांगो, न्यूजीलैंड, मॉरिशस, पुर्तगाल और स्विट्जरलैंड में भी यह वेरिएंट पाया जा चुका है। यह वेरिएंट इसलिए भी वैज्ञानिकों का ध्यान आकर्षित कर रहा है क्योंकि यह तेजी से बदल रहा है और इसके जीनोम में जो म्यूटेशन हो रही हैं, वो डेल्टा समेत कई चिंताजनक स्ट्रेन्स जैसी हैं।

C.1.2
इस वेरिएंट की खास बात क्या है?

दक्षिण अफ्रीका में कोरोना की पहली लहर में C.1 वेरिएंट प्रमुखता से फैला था। C.1.2 में इसकी तुलना में काफी म्यूटेशन हुई है। इसमें जिस गति से म्यूटेशन हो रही है, वह इसे बाकी वेरिएंट्स की तुलना में अलग बनाता है। अध्ययनों से पता चला है कि हर साल C.1.2 में 41.8 म्यूटेशन हो रही हैं, जो मौजूदा वैश्विक रफ्तार से 1.7 गुना और महामारी फैलाने वाले SARS-CoV-2 के विकास के शुरुआती अनुमानों से 1.8 गुना अधिक हैं।

कोरोना वायरस
म्यूटेशन की ऐसी ही रफ्तार से बने थे अल्फा, बीटा और गामा

वैज्ञानिक इस पर इसलिए भी नजर गड़ाए हैं क्योंकि इसी तरह की रफ्तार से अल्फा, बीटा और गामा वेरिएंट सामने आए थे। अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि वायरस में ये म्यूटेशन एक व्यक्ति में रहते हुए हुई है, जो लंबे समय तक बीमार था। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, वैज्ञानिकों ने C.1 में देखी गईं म्यूटेशन्स के साथ-साथ C.1.2 के ORF1ab, स्पाइक, ORF3a, ORF9b, E, M और N प्रोटीन में म्यूटेशन्स पाई हैं।

जानकारी
अभी तक वेरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित नहीं

दक्षिण अफ्रीका में मिले C.1.2 में ऐसी म्यूटेशन्स भी हुई हैं, जो वेरिएंट ऑफ कंसर्न या वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट घोषित किए जा चुके स्ट्रेन्स में देखी गई थीं। हालांकि, WHO ने अभी तक इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न या वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट घोषित नहीं किया है।

बड़ा सवाल
क्या वैक्सीन इस वेरिएंट के खिलाफ काम करेंगी?

C.1.2 वेरिएंट में कुछ ऐसी म्यूटेशन्स हैं, जिसकी मदद से ये एंटीबॉडीज को चकमा दे सकता है। हालांकि, अभी तक इस दिशा में ठोस जानकारी नहीं मिली है और और अध्ययन चल रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेबल डिसीज ने अपने बयान में कहा है कि यह वेरिएंट एंटीबॉडीज को चकमा दे सकता है, लेकिन इसके बावजूद वैक्सीन संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती होने से और मौत से काफी हद तक सुरक्षा देती है।

सवाल?
क्या इस वेरिएंट को लेकर चिंता की जरूरत है?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की तकनीकी प्रमुख डॉ मारिया वेन खेर्कोव ने कहा कि दुनियाभर में C.1.2 वेरिएंट की 100 सीक्वेंस दर्ज हुई हैं और अभी तक ऐसा नहीं लग रहा है कि इसका प्रसार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, "अभी C.1.2 के प्रसार में इजाफा नजर नहीं आ रहा है, लेकिन हमें और सीक्वेंसिंग करने की जरूरत है। मौजूदा सीक्वेंस से पता चलता है कि डेल्टा वेरिएंट प्रमुखता से फैल रहा है।"

इस खबर को शेयर करें
Facebook
Whatsapp
Twitter
Linkedin
प्रमोद कुमार
प्रमोद कुमार
Twitter
IIMC से पढ़ा। सच्ची, जरूरी और काम की हर बात आप तक पहुंचाने की कोशिश। राजनीतिक पार्टियों में हलचल से लेकर देश-दुनिया की बड़ी और अहम घटनाओं पर नजर रखता हूं। खबर को खबर की तरह आपके सामने पेश करने का प्रयास रहता है।
ताज़ा खबरें
दक्षिण अफ्रीका
कोरोना वायरस
डेल्टा वेरिएंट
ताज़ा खबरें
बजाज डोमिनार 400 बनाम कावासाकी निंजा 400, जानें कौनसी बाइक है आपके लिए बेस्ट
बजाज डोमिनार 400 बनाम कावासाकी निंजा 400, जानें कौनसी बाइक है आपके लिए बेस्ट ऑटो
यौन उत्पीड़न के आरोप में मलयालम अभिनेता विजय बाबू गिरफ्तार
यौन उत्पीड़न के आरोप में मलयालम अभिनेता विजय बाबू गिरफ्तार मनोरंजन
भारत में आसुस ROG फोन 6 की इंटरनल टेस्टिंग शुरू, जल्द होगा लॉन्च
भारत में आसुस ROG फोन 6 की इंटरनल टेस्टिंग शुरू, जल्द होगा लॉन्च टेक्नोलॉजी
महाराष्ट्र सियासी संकट: बागियों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का डिप्टी स्पीकर और केंद्र को नोटिस
महाराष्ट्र सियासी संकट: बागियों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का डिप्टी स्पीकर और केंद्र को नोटिस राजनीति
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच संजय राउत को ED का नोटिस, कल होगी पूछताछ
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच संजय राउत को ED का नोटिस, कल होगी पूछताछ राजनीति
दक्षिण अफ्रीका
मंकीपॉक्स का नाम बदलने और उसे वैश्विक आपातकाल घोषित करने पर क्यों विचार कर रहा WHO
मंकीपॉक्स का नाम बदलने और उसे वैश्विक आपातकाल घोषित करने पर क्यों विचार कर रहा WHO दुनिया
कोरोना वायरस: भारत पहुंचा ओमिक्रॉन का BA.4 सब-वेरिएंट, हैदराबाद में मिला पहला मामला
कोरोना वायरस: भारत पहुंचा ओमिक्रॉन का BA.4 सब-वेरिएंट, हैदराबाद में मिला पहला मामला देश
क्या है नया कोरोना वायरस 'नियोकोव' जिसको लेकर चीनी वैज्ञानिकों ने जारी की है चेतावनी?
क्या है नया कोरोना वायरस 'नियोकोव' जिसको लेकर चीनी वैज्ञानिकों ने जारी की है चेतावनी? दुनिया
वैक्सीन न लगवाने वाले लोगों के लिए भी कम घातक है ओमिक्रॉन- अध्ययन
वैक्सीन न लगवाने वाले लोगों के लिए भी कम घातक है ओमिक्रॉन- अध्ययन दुनिया
कोरोना संक्रमितों की संख्या का कोई मतलब नहीं, कम गंभीरता दर्शाता है डाटा- कोविड पैनल प्रमुख
कोरोना संक्रमितों की संख्या का कोई मतलब नहीं, कम गंभीरता दर्शाता है डाटा- कोविड पैनल प्रमुख देश
और खबरें
कोरोना वायरस
कोरोना वायरस: देश में बीते दिन 17,073 नए मामले, महाराष्ट्र में 6,000 से अधिक
कोरोना वायरस: देश में बीते दिन 17,073 नए मामले, महाराष्ट्र में 6,000 से अधिक देश
कोरोना वायरस: देश में बीते दिन दर्ज हुए 11,739 नए मामले, 25 मौतें
कोरोना वायरस: देश में बीते दिन दर्ज हुए 11,739 नए मामले, 25 मौतें देश
कोरोना: देश में बीते दिन मिले 15,940 नए मरीज, सक्रिय मामले 91,000 से पार
कोरोना: देश में बीते दिन मिले 15,940 नए मरीज, सक्रिय मामले 91,000 से पार देश
कोरोना वायरस: देश में बीते दिन 17,336 नए मामले, फरवरी के बाद सबसे अधिक
कोरोना वायरस: देश में बीते दिन 17,336 नए मामले, फरवरी के बाद सबसे अधिक देश
कोरोना वायरस: देश में बीते दिन सामने आए 13,000 से ज्यादा मामले, 38 मौतें
कोरोना वायरस: देश में बीते दिन सामने आए 13,000 से ज्यादा मामले, 38 मौतें देश
और खबरें
डेल्टा वेरिएंट
कोरोना वायरस: INSACOG ने की देश में XE वेरिएंट के पहले मामले की पुष्टि
कोरोना वायरस: INSACOG ने की देश में XE वेरिएंट के पहले मामले की पुष्टि देश
दिल्ली: जनवरी से मार्च के बीच हुई 97% मौतों में ओमिक्रॉन वेरिएंट मिला
दिल्ली: जनवरी से मार्च के बीच हुई 97% मौतों में ओमिक्रॉन वेरिएंट मिला देश
भारत में ओमिक्रॉन बना कोरोना वायरस का सबसे प्रमुख वेरिएंट, और बढ़ सकते हैं मामले- सरकार
भारत में ओमिक्रॉन बना कोरोना वायरस का सबसे प्रमुख वेरिएंट, और बढ़ सकते हैं मामले- सरकार देश
प्लास्टिक सतह पर 8 दिन से अधिक जिंदा रह सकता है ओमिक्रॉन वेरिएंट- अध्ययन
प्लास्टिक सतह पर 8 दिन से अधिक जिंदा रह सकता है ओमिक्रॉन वेरिएंट- अध्ययन दुनिया
कई देशों में मिला ओमिक्रॉन वेरिएंट का नया वर्जन, जांच में जुटे वैज्ञानिक
कई देशों में मिला ओमिक्रॉन वेरिएंट का नया वर्जन, जांच में जुटे वैज्ञानिक दुनिया
और खबरें
अगली खबर
अगली खबर

दुनिया की खबरें पसंद हैं?

नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

World Thumbnail

Live

देश की खबरें राजनीति की खबरें दुनिया की खबरें बिज़नेस की खबरें खेलकूद की खबरें मनोरंजन की खबरें टेक्नोलॉजी की खबरें करियर की खबरें अजब-गजब की खबरें लाइफस्टाइल की खबरें
ऑटो की खबरें एक्सक्लूसिव की खबरें क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स भाजपा समाचार
कोरोना वायरस #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स हिजाब विवाद यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स सिद्धू मूसेवाला राज्यसभा चुनाव
हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
हमें फॉलो करें
Facebook Twitter Linkedin Youtube
All rights reserved © NewsBytes 2022