बंगाल में प्रमुखता से फैल रहा डेल्टा वेरिएंट, तेजी से बढ़ी कोरोना संक्रमण दर
पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण दर बढ़ रही है और राष्ट्रीय औसत (0.78) से ज्यादा हो गई है। 8 जून को राज्य में संक्रमण दर (R) 0.4 थी, जो गुरुवार को बढ़कर 1.36 हो गई है। सरकारी अधिकारियों ने इसके पीछे सबसे पहले महाराष्ट्र में मिले डेल्टा वेरिएंट को जिम्मेदार ठहराया है। संक्रमण दर का मतलब है कि एक संक्रमित व्यक्ति अपने संपर्क में आए कितने अन्य लोगों को संक्रमित कर रहा है।
90 प्रतिशत सैंपलों में पाया गया डेल्टा वेरिएंट
द प्रिंट से बात करते हुए एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि पिछले 15 दिनों में मिले संक्रमितों में से 90 प्रतिशत के सैंपलों में डेल्टा वेरिएंट पाया गया है। यह वेरिएंट एक संक्रमित व्यक्ति से चार लोगों में फैलता है और इसने संक्रमण दर को बढ़ाकर 1.36 कर दिया है। बंगाल की तुलना में पूरे देश की संक्रमण दर की बात करें तो यह पिछले दो हफ्तों में कम होकर 0.78 पर आ गई है।
बंगाल में प्रमुखता से फैल रहा डेल्टा वेरिएंट- दास
नए वेरिएंट के प्रसार के बारे में बताते हुए कल्याणी स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स के निदेशक प्रोफेसर सौमित्र दास ने कहा कि डेल्टा वेरिएंट ने दूसरे स्ट्रेन को पीछे छोड़ दिया है और यह बंगाल में प्रमुखता से फैल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि इसके अलावा महामारी से बचाव के ऐहतियायत बरतना भी जरूरी है। एक महीने के लॉकडाउन ने दैनिक मामले कम कर दिए हैं, लेकिन लोगों को अभी भी सावधान रहने की जरूरत है।
स्वास्थ्य विभाग का क्या कहना है?
संक्रमण दर को लेकर राज्य के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह पुराने आंकड़ों पर आधारित है। एक अधिकारी ने कहा कि अब मामले कम हो रहे हैं तो संक्रमण दर भी नीचे आई होगी। जून की शुरुआत में बंगाल में रोजाना 7,000 से अधिक मामले सामने आ रहे थे। अब यह संख्या 5,000 से नीचे आ गई है। हालात नियंत्रण में रखने के लिए राज्य सरकार ने पहले से लागू पाबंदियों को 30 जून तक बढ़ा दिया है।
"अचानक से बढ़ी संक्रमण दर"
बंगाल सरकार के साथ जुड़े एक वैज्ञानिक ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, "हमारी R वैल्यू पिछले महीने 2 पर पहुंच गई थी। फिर यह 1 पर आ गई। उस समय 30-40 प्रतिशत सैंपलों में डेल्टा वेरिएंट पाया जा रहा था। पिछले हफ्ते यह फिर अचानक से बढ़ गई। अब 90 प्रतिशत सैंपलों में डबल म्यूटेंट स्ट्रेन पाया जा रहा है। अब एक संक्रमित व्यक्ति से पूरे परिवार को संक्रमण होने के मामले सामने आने लगे हैं।"
बंगाल में क्या है संक्रमण की स्थिति?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बंगाल में अब तक कोरोना के 14,74,249 मामले सामने आए हैं। इनमें से 22,073 सक्रिय मामले हैं, 14,34,994 लोग महामारी को हराकर ठीक हो चुके हैं और 17,182 मरीजों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो राज्य में 1,84,03,605 खुराकें लगाई गई हैं। 1,42,56,345 लोगों को पहली और 41,47,260 लोगों को वैक्सीन की दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं।