कोरोना वायरस: देश में 13 जनवरी से शुरू हो सकता है वैक्सीनेशन अभियान
ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) द्वारा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' को सीमित आपात इस्तेमाल की मंजूरी देने के बाद मंगलवार को सरकार ने बड़ी घोषणा की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दोनों वैक्सीनों को स्वीकृति मिलने वाले दिन से 10वें दिन यानी 13 जनवरी से देश में मेगा वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो सकता है। सरकार ने इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली है।
DCGI ने रविवार को दी थी वैक्सीनों को मंजूरी
बता दें कि सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने गत शुक्रवार को SII की 'कोविशील्ड' को आपातकालीन मंजूरी देने की सिफारिश की थी। इसके बाद उसने शनिवार को भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' को सीमित आपातकालीन उपयोग की मंजूरी देने की सिफारिश की थी। कमेटी की सिफारिशों पर गौर करने के बाद DCGI ने रविवार को दोनों वैक्सीनों के इस्तेमाल की आधिकारिक मंजूरी जारी कर दी।
सरकार मंजूरी वाले दिन से 10वें दिन वैक्सीनेशन शुरू करने के लिए तैयार हैं- भूषण
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, "ड्राई रन की प्रतिक्रिया के आधार पर सरकार कोरोना वायरस की वैक्सीनों का मंजूरी मिलने के दिन से दसवें दिन वैक्सीनेशन अभियान शुरू करने के लिए तैयार है।" उन्होंने कोविन (CoWIN) वितरण प्रबंधन की जानकारी देते हुए कहा, "भारत में वैक्सीन वितरण के लिए करनाल, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में चार GMSD (प्राथमिक वैक्सीन स्टोर) बनाए हैं। इसके अलावा देश में कुल 37 वैक्सीन स्टोर बनाए गए हैं।"
डिजिटल रूप से की जाएगी वैक्सीन और उसके पापमान की निगरानी- भूषण
सचिव भूषण ने कहा कि स्टोर की गई वैक्सीनों की संख्या और उनके तापमान की डिजिटल रूप निगरानी की जाएगी। इसके अलावा वैक्सीनेशन के लिए सेशन वितरण, 12 भाषाओं में मैसेज, 24x7 हेल्पलाइन, वैक्सीनेशन का रिकॉर्ड, डिजिटल लॉकर और क्यूआर कोड प्रमाण पत्र आदि को कोविन ऐप के जरिए ऑनलाइन संधारित किया जाएगा। इसी तरह वैक्सीन लेने के बाद साइड इफेक्ट होने पर उसका रियल टाइम अपडेट भी कोविन ऐप के जरिए किया जाएगा।
प्राथमिकता सूची वालों को नहीं होगी पंजीयन कराने की आवश्यकता
सचिव भूषण ने कहा कि प्राथमिकता सूची में शामिल चिकित्सा कर्मी और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को वैक्सीन के लिए ऑनलाइन पंजीयन कराने की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने उनका डाटा पहले ही कोविन ऐप के वैक्सीन वितरण प्रबंधन प्रणाली पर अपडेट कर दिया है।
छह महीने बाद 2.5 लाख से कम हुए सक्रिय मामले
वैक्सीन से अलग सचिव भूषण ने कहा कि देश में कोरोना के सक्रिय मामले छह महीने के बाद 2.5 लाख कम होकर 2,31,036 पर आ गए हैं। पिछले 11 दिनों से कोरोना से प्रतिदिन 300 से कम लोगों की मौत हो रही है। उन्होंने बताया कि फिलहाल सकारात्मकता दर 1.97 प्रतिशत है। नियमित देखभाल की आवश्यकता वाले 44 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं। इसी तरह 56 प्रतिशत मामले बहुत हल्के या बिना लक्षण वाले हैं। ये सभी होम आईसोलेशन में हैं।
भारत में वैक्सीनेशन के लिए तैयार हैं सात करोड़ खुराक
बता दें कि भारत में वैक्सीनेशन के लिए सात करोड़ खुराक उपलब्ध है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने जहां पहले ही पांच करोड़ खुराकों का उत्पादन कर लिया, वहीं भारत बायोटेक भी दो करोड़ खुराकों का उत्पादन कर चुकी है। ऐसे में वैक्सीनेशन अभियान में वैक्सीनों की कमी महसूस नहीं होगी। दोनों कंपनियों की ओर से जारी किए गए संयुक्त बयान में कहा गया है कि अब उनका पूरा फोकस वैक्सीनों के उत्पादन, वितरण और आपूर्ति पर है।