इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर को ढूंढने में ईरान ने अमेरिका से मांगी थी मदद
क्या है खबर?
पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद ईरान ने अमेरिका से मदद मांगी थी। हालांकि, अमेरिका ने मदद करने में असमर्थता जताई थी।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने इस बात का खुलासा किया है।
बता दें कि ईरान और अमेरिका एक-दूसरे के कट्टर दुश्मन हैं। ऐसे में ईरान के अमेरिका से मदद मांगने को बड़ी घटना के तौर पर देखा जा रहा है।
मदद
अमेरिका ने क्यों नहीं की मदद?
मिलर ने कहा, "ईरान की सरकार ने हमसे सहायता मांगी थी। हमने उन्हें स्पष्ट कर दिया कि हम सहायता की पेशकश करेंगे जैसा कि हम इस तरह की स्थिति में किसी विदेशी सरकार के अनुरोध के जवाब में करते हैं। मैं विस्तृत जानकारी नहीं दूंगा, मगर ईरानी सरकार ने हमसे सहायता मांगी थी। हालांकि, हम सैन्य और तार्किक कारणों की वजह से ईरान की मदद कर पाने में असमर्थ थे।"
अमेरिका
अमेरिका ने की रईसी की निंदा
मिलर ने कहा, "मुझे कुछ बातें कहने दीजिए। 4 दशकों तक रईसी ईरानियों की आवाज दबाते रहे। वह मानवाधिकार के हनन में भी शामिल थे। उनके कार्यकाल के दौरान कुछ सबसे बुरे मानवाधिकार हनन हुए। इसमें 1988 का वह क्रूर हत्याकांड भी शामिल है, जिसमें रईसी ने राजनैतिक विरोध में हजारों कैदियों को सामूहिक रूप से फांसी की सजा दी थी। उनके कार्यकाल के दौरान महिलाओं और लड़कियों के कई मानवाधिकारों का हनन हुआ।"
निधन
अमेरिका ने निधन पर जताई संवेदना
मिलर ने कहा कि वे ईरान के लोगों को उनके अधिकारों की रक्षा के लिए उनका समर्थन करना जारी रखेंगे।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, "यह एक ऐसा व्यक्ति था, जिसके हाथों पर बहुत खून लगा था। रईसी जघन्य दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार थे। हालांकि, किसी भी अन्य मामले की तरह हम निश्चित रूप से उनके निधन पर खेद व्यक्त करते हैं और उचित रूप से आधिकारिक संवेदना व्यक्त करते हैं।"
मौत
हादसे में रईसी समेत 9 लोगों की मौत
19 मई की दोपहर करीब 1 बजे रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वे विदेश मंत्री हुसैन अमीर अबदुल्लाहियन और कई दूसरे लोगों के साथ एक बांध का उद्घाटन करने के बाद अजरबैजान से ईरान लौट रहे थे।
तभी कोहरे और खराब मौसम के चलते तेहरान से करीब 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान प्रांत की सीमा पर जोल्फा के पास हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में 9 लोग मारे गए हैं।