
ईरान के बंदर अब्बास शहर में भीषण धमाका, 500 से ज्यादा लोग घायल
क्या है खबर?
ईरान के बंदर अब्बास शहर में जोरदार धमाका हुआ है। धमाके और इसके बाद आग लगने की वजह से 500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
ईरानी अधिकारियों ने कहा कि विस्फोट शाहिद राजाई बंदरगाह के सिना कंटेनर यार्ड में हुआ है, जो पोर्ट और समुद्री ऑर्गेनाइजेशन से जुड़ा है।
फिलहाल बंदरगाह पर कामकाज रोक दिया गया है और बचाव अभियान शुरू किया गया है। घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है।
विस्फोट
कंटेनर में हुआ धमाका
प्रांतीय आपदा प्रबंधन अधिकारी मेहरदाद हसनजादेह ने बताया कि धमाका काफी भयावह था।
हसनजादेह ने कहा, "ये धमाका राजई बंदरगाह पर कंटेनरों की वजह से हुआ है। राहत और बचाव दल मौके पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि अन्य टीमें क्षेत्र को खाली कराने में जुटी हैं।"
घायलों को होर्मोजगान प्रांत के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। सोशल मीडिया पर घटना के कई वीडियो सामने आए हैं।
वजह
क्या थी धमाकों की वजह?
ईरान की मेहर समाचार एजेंसी के मुताबिक, बंदरगाह में एक ईंधन टैंक में अज्ञात कारणों से विस्फोट हुआ, जिसने बाकी टैंकों को भी चपेट में ले लिया।
त्वरित प्रतिक्रिया दल को घटनास्थल पर भेजा गया है। सुरक्षा और राहत बलों को स्थिति को जल्दी से नियंत्रण में लाने की अनुमति देने के लिए बंदरगाह की गतिविधियों को निलंबित कर दिया गया है।
राज्य टीवी ने कहा कि ज्वलनशील पदार्थों के संचालन में लापरवाही विस्फोट का एक कारण थी।
भयावह
कितना भयावह था धमाका?
ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धमाके से कई किलोमीटर दूर स्थित इमारतों की खिड़की-दरवाजों के कांच टूट गए। कई किलोमीटर तक धमाके की गूंज सुनाई दी।
अपुष्ट मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि धमाके में कई लोग मारे भी गए हैं, लेकिन अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
ये घटना ऐसे वक्त हुई है, जब अमेरिका और ईरान में परमाणु समझौते को लेकर ओमान में वार्ता चल रही है।
लेबनान
लेबनान में भी हुआ था इसी तरह का विस्फोट
4 अगस्त, 2020 को लेबनान की राजधानी बेरूत में भी इसी तरह का धमाका हुआ था। तब 218 लोगों की मौत हुई थी और 7,500 से ज्यादा घायल हुए थे।
ये धमाका करीब 3,000 टन अमोनियम नाइट्रेट के भंडार में हुआ था, जो बेरूत बंदरगाह के पास एक वेयरहाउस में रखा हुआ था।
इस अमोनियम नाइट्रेट को 2014 में एक जब्त किए गए जहाज से बरामद किया गया था।