भारतीय प्रतिनिधिमंडल SCO सम्मेलन के लिए पहुंचा पाकिस्तान, जानिए 900 प्रतिनिधियों के लिए कैसी है सुरक्षा
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद 15 और 16 अक्टूबर को कड़े सुरक्षा उपायों के बीच शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है। इसके लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर के नेतृत्व में 4 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को इस्लामाबाद पहुंच गया। इसी तरह रूस का 76 सदस्यीय, चीन का 15, किर्गिस्तान का 4 और ईरान का 2 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी वहां पहुंच चुका है। ऐसे में राजधानी में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं।
जयशंकर के आतंकवाद का मुद्दा उठाने की उम्मीद
विदेश मंत्री जयशंकर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे और काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट (CHG) की बैठक में हिस्सा लेंगे। इसमें उनके सीमा पार आतंकवाद से संबंधित भारत की चिंताओं को उठाने की उम्मीद है। मंत्री ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि दोनों देशों के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं होगी। बता दें कि भारत का कोई मंत्री 9 साल बाद पाकिस्तान गया है। इससे पहले 2015 में सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान का दौरा किया था।
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री ने जयशंकर की यात्रा को बताया सकारात्मक घटनाक्रम
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी ने विदेश मंत्री जयशंकर की इस्लामाबाद यात्रा को सकारात्मक घटनाक्रम बताते हुए कहा है कि इससे दोनों पड़ोसियों के बीच तनाव कम करने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि बातचीत फिर से शुरू होने से लोगों के बीच संपर्क बहाल करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही सड़क, रेल और हवाई संपर्क बहाल करने का रास्ता भी साफ हो सकता है। पाकिस्तान को इसका लाभ उठाना चाहिए।
900 प्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए तैनात किए गए हैं 10,000 से अधिक जवान
पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद आने वाले लगभग 900 SCO प्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए 10,000 से अधिक पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया है। इसी तरह 5 से 17 अक्टूबर तक इस्लामाबाद में सुरक्षा उपायों की मजबूती के लिए संविधान के अनुच्छेद 245 के तहत सेना के जवानों की भी तैनाती की गई है। सरकार ने सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए 14 अक्टूबर से राजधानी में 3 दिन के अवकाश की भी घोषणा की है।
चलाए जा रहे हैं तलाशी अभियान- IGP
इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) नासिर अली रिजवी कहा, "SCO सम्मेलन से पहले व्यापक सुरक्षा योजना तैयार की गई है। सुरक्षा कर्मियों को होटलों और उन स्थानों पर तैनात किया गया है, जहां विदेशी प्रतिनिधिमंडल ठहरे हुए हैं।" रिजवी ने कहा, "तलाशी और सूचना-आधारित अभियान भी चलाए जा रहे हैं। सभी प्रकार की राजनीतिक सभाओं, धरना-प्रदर्शनों और रैलियों पर रोक लगा दी गई है। खुफिया एजेंसियां, फ्रंटियर कोर (AFP) एवं रेंजर्स को भी अलग-अलग जगह तैनात किया गया है।"
PTI ने दी विरोध प्रदर्शन की धमकी
SCO सम्मेलन के बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी ने अदियाला जेल में बंद अपने नेता इमरान खान पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ 15 अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन की धमकी दी है। समर्थकों ने सरकार इमरान को अपने परिवार, कानूनी टीम और चिकित्सक से मिलने की अनुमति देने की मांग की है। इसको लेकर सरकार ने जेल में सुरक्षा कड़ी कर दी है और पार्टी नेताओं को किसी भी तरह का प्रदर्शन न करने के लिए पाबंद किया है।
SCO संगठन क्या है?
SCO एक प्रभावशाली आर्थिक और सुरक्षा संगठन है, जिसकी स्थापना 2001 में एक शिखर सम्मेलन के दौरान रूस, चीन, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान द्वारा की गई थी। 2017 में भारत और पाकिस्तान भी इसके स्थायी सदस्य बन गए। 2023 में ईरान भी इसका सदस्य बना। भारत को 2005 में SCO में पर्यवेक्षक बनाया गया था। SCO देशों में दुनिया की लगभग 40 प्रतिशत आबादी रहती है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में इन देशों का योगदान 20 प्रतिशत के आसपास है।