पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने दिए भारत के साथ बातचीत के संकेत, रखी यह शर्त
जम्मू-कश्मीर को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच इस्लामाबाद ने नई दिल्ली के साथ बातचीत के संकेत दिए हैं। पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि उन्हें भारत के साथ द्विपक्षीय बातचीत करने में कोई परेशानी नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने कभी भी भारत के साथ बातचीत का विरोध नहीं किया। उनका यह बयान अपने प्रधानमंत्री इमरान खान के उस बयान के उलट है, जिसमें उन्होंने भारत के साथ बातचीत से इनकार किया था।
बातचीत के लिए माहौल नहीं बना रहा भारत- कुरैशी
कुरैशी ने कहा कि उन्होंने कभी बातचीत से मना नहीं किया, लेकिन भारत की तरफ से बातचीत का माहौल बनता नहीं दिख रहा। जम्मू-कश्मीर पर तीसरे पक्ष की दखल की आस में बैठे पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि अगर कोई तीसरा पक्ष बीच में आता है तो यह काबिले-तारीफ बात होगी। हालांकि, भारत का रूख इससे जुदा है। भारत कश्मीर को द्विपक्षीय मामला मानता है और इस पर बाहरी दखल के खिलाफ है।
बातचीत के लिए रखी यह शर्त
कुरैशी ने कहा कि भारत के साथ बातचीत तभी शुरू की जा सकती है, जब वहां की सरकार जम्मू-कश्मीर के नेताओं को आजाद करेगी। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे में भारत, पाकिस्तान और कश्मीर के लोग, तीन पार्टियां हैं। उन्होंने कहा, "मुझे कश्मीरी नेताओं से मिलने दिया जाना चाहिए ताकि मैं उन्हें बातचीत के लिए मना सकूं।" बता दें, पाकिस्तान, जम्मू-कश्मीर को लेकर उठाए गए भारत के कदमों को 'अवैध' बताता रहा है।
आतंक और हिंसा से मुक्त वातावरण में बातचीत को तैयार भारत
इससे पहले भारत ने भी पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए तैयार होने के संकेत दिए थे। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि भारत आतंक और हिंसा से मुक्त वातावरण में पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय बातचीत के लिए तैयार है।
एक मु्द्दे पर पाकिस्तानी नेताओं के सुर अलग
पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी के इस बयान के बाद यह सवाल उठता है कि क्या पाकिस्तान अपने पड़ोसी देश के साथ बातचीत के लिए तैयार है? दरअसल, एक तरफ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान भारत के साथ युद्ध की बात करते हैं वहीं दूसरी ओर उनके विदेश मंत्री सशर्त बातचीत की पेशकश करते हैं। शुक्रवार को इमरान ने कहा कि अगर भारत सरकार कश्मीर में कुछ करती है तो उनकी सेना जवाब देने के लिए तैयार है।
इमरान खान ने लिखा लेख
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने न्यूयॉर्क टाइम्स में लेख लिखकर कहा है कि अगर दुनिया कश्मीर मुद्दे को नजर अंदाज करती है तो भारत और पाकिस्तान युद्ध के करीब पहुंच जाएंगे। इमरान ने लिखा, 'अगर दुनिया भारत द्वारा कश्मीर और यहां के लोगों पर हो रहे उत्पीड़न को रोकने के लिए कुछ नहीं करती है तो इसका पूरे विश्व पर असर होगा क्योंकि दो परमाणु शक्ति संपन्न देश लड़ाई के करीब आ जाएंगे।'