डोनाल्ड ट्रंप को यौन उत्पीड़न मामले में देना होगा 688 करोड़ रुपये का हर्जाना
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है। मैनहट्टन की एक अदालत ने लेखिका ई जीन कैरल से जुड़े यौन उत्पीड़न और मानहानि के मामले में ट्रंप को 8.33 करोड़ डॉलर (लगभग 688 करोड़ रुपये) का हर्जाना देने को कहा है। कैरल ने ट्रंप पर यौन उत्पीड़न और उन्हें झूठा बताकर बदनाम करने का आरोप लगाया था। इसके बाद ट्रंप ने इस आदेश को 'हास्यास्पद' करार दिया है और वह इसके खिलाफ अपील करेंगे।
क्या है मामला?
लेखिका कैरल का दावा है कि ट्रंप ने 1996 में मैनहट्टन के लग्जरी बर्गडॉर्फ गुडमैन डिपार्टमेंटल स्टोर के चेंजिंग रूम में उनका यौन उत्पीड़न किया। कैरल ने इस मामले का खुलासा पहली बार 2019 में अपनी एक किताब में किया। वह ट्रंप पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली 16वीं महिला हैंं। उन्होंने नवंबर, 2022 में मुकदमा दायर किया था। कैरल ने कहा कि ट्रंप ने एक सम्मानित पत्रकार के रूप में उनकी प्रतिष्ठा को 'खराब' किया।
कोर्ट ने अपने आदेश में क्या कहा?
मामले में 5 दिसवीय सुनवाई के बाद मैनहट्टन संघीय कोर्ट की 9 ज्यूरी सदस्यीय जूरी ने अपना फैसला सुनाया। शुक्रवार को ज्यूरी ने अपने आदेश में कहा कि कैरल की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के लिए ट्रंप को हर्जाने के तौर पर 1.83 करोड़ डॉलर (लगभग 151 करोड़ रुपये) देने होंगे, जबकि 6.50 करोड़ डॉलर (लगभग 539 करोड़ रुपये) का दंड देना होगा। ट्रंप इस सुनवाई में शामिल हुए, लेकिन फैसले के वक्त वो कोर्ट रूप में उपस्थित नहीं थे।
किन-किन महिलाओं ने दी गवाही?
कोर्ट में कैरल के पक्ष में मई, 2023 में 2 महिलाओं ने गवाही दी थी, जिनके साथ ट्रंप ने कई साल पहले यौन शोषण किया था। व्यवसायी जेसिका लीड्स ने कोर्ट में कहा था कि ट्रंप ने 1970 के दशक में एक फ्लाइट में उन्हें जबरदस्ती चूमने की कोशिश की थी। इसी तरह महिला पत्रकार नताशा स्टॉयनॉफ ने कोर्ट में कहा था कि 2005 में एक इंटरव्यू के दौरान ट्रंप ने उन्हें बिना सहमति के चूम लिया था।
कैरल ने फैसले पर क्या कहा?
80 वर्षीय कैरल ने कोर्ट के फैसले पर कहा, "यह हर उस महिला के लिए एक बड़ी जीत है, जो नीचे गिराए जाने पर खड़ी होती है और हर उस शख्स की हार है, जिसने एक महिला को नीचे गिराने की कोशिश की है।"
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने कोर्ट के आदेश पर कहा कि कानूनी प्रणाली उनके नियंत्रण से बाहर है और इसे राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है और यह अमेरिका नहीं है। उनका दावा है कि उन्होंने कैरल का नाम तक नहीं सुना था और उनके खिलाफ कैरल ने झूठी कहानी बनाई थी। गुरुवार को ट्रंप ने कोर्ट में अपनी गवाही दी थी, लेकिन वह बयान दर्ज कराने से नाराज होकर कोर्ट रूम से बाहर चले गए।
न्यूजबाइट्स प्लस
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप के अभियान में कैरल का मामला एक बड़ा मुद्दा बन गया है। वह रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी में सबसे आगे हैं। हालांकि, कानूनी अड़चनों की वजह से उनके लिए चुनाव मुश्किल होता जा रहा है। हाल में अमेरिकी संसद पर हुए हमले के मामले में कोलोराडो कोर्ट ने उन्हें राज्य में चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया था। उन्होंने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की है।