डोनाल्ड ट्रंप का दावा, 150 प्रतिशत टैरिफ की धमकी के बाद BRICS टूट गया
क्या है खबर?
अमेरिका के नवनियुक्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को चौंकाने वाला दावा किया। उन्होंने बताया कि उनकी टैरिफ बढ़ाने की धमकी के बाद BRICS टूट गया है।
ट्रंप ने एक कार्यक्रम में कहा, "BRICS देश डॉलर को नष्ट करने की कोशिश कर रहे थे। वे एक नई मुद्रा बनाना चाहते थे। इसलिए जब मैं आया, तो मैंने सबसे पहले यही कहा कि अगर कोई BRICS देश डॉलर के विनाश का ज़िक्र करेगा, तो उस पर 150 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा।"
दावा
आगे क्या बोले ट्रंप?
ट्रंप ने आगे कहा, "हमें आपका सामान नहीं चाहिए और हम उनकी सुरक्षा नहीं करेंगे। इसके बाद BRICS देश टूट गए। मुझे नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ। हमने हाल ही में BRICS देशों से कोई खबर नहीं सुनी है।"
इससे पहले ट्रंप ने 13 फरवरी को कहा था कि अगर BRICS देश डॉलर को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं तो उन्हें अमेरिका से 100 प्रतिशत टैरिफ का सामना करना पड़ सकता है और अमेरिका उनके साथ व्यापार नहीं करेगा।
तैयारी
क्या है BRICS और उसके किस कदम से नाराज हैं ट्रंप?
BRICS देशों का गठन 2009 में हुआ। पहले इसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल थे। अब इसमें इंडोनेशिया, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात भी हैं। अमेरिका इसका हिस्सा नहीं।
कई अन्य देश इसमें आना चाहते हैं। पिछले कुछ सालों में रूस और चीन 'डी-डॉलरीकरण' के तहत अमेरिकी डॉलर का विकल्प तलाश रहे हैं और वे BRICS मुद्रा बनाना चाहते हैं।
सभी अमेरिका के प्रभुत्व से तंग हैं। BRICS मुद्रा से अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम होगी।
असर
BRICS में शामिल भारत पर क्या होगा ट्रंप की धमकी का असर?
BRICS देशों में भले ही भारत शामिल हो, लेकिन वह कभी अमेरिकी डॉलर के विकल्प तलाशने की दौड़ में शामिल नहीं रहा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इस मामले में कहा था कि भारत की डी-डॉलरीकरण करने में कोई दिलचस्पी नहीं है और ऐसा कोई प्रस्ताव भी नहीं है।
उन्होंने कहा था कि BRICS वित्तीय परिवर्तनों पर चर्चा करता है और अमेरिका हमारा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, भारत की डॉलर के विकल्प को लेकर अभी कोई दिलचस्पी नहीं।