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    दुनिया का चौथा सबसे छोटा देश तुवालु हो सकता है लुप्त, बढ़ रहा समुद्र का जलस्तर
    दुनिया का चौथा सबसे छोटा देश है तुवालु

    दुनिया का चौथा सबसे छोटा देश तुवालु हो सकता है लुप्त, बढ़ रहा समुद्र का जलस्तर

    लेखन गौसिया
    Jul 27, 2023
    02:29 pm

    क्या है खबर?

    दुनिया के सबसे प्राकृतिक रूप से सुंदर देशों में गिना जाने वाला तुवालु केवल 12,000 निवासियों वाला एक द्वीप देश है।

    हालांकि, यह गंतव्य अनुमान से कहीं जल्दी महासागरों में लुप्त हो सकता है।

    तुवालु के प्रधानमंत्री कौसिया नतानो का मानना है कि यह पृथ्वी पर पूरी तरह से गायब होने के लिए सबसे संवेदनशील स्थानों में से एक है।

    आइये आज इस देश के बारे में और इसके गायब होने के पीछे का कारण जानते हैं।

    जानकारी

    क्या पर स्थित है यह द्वीप देश?

    तुवालु पश्चिम-मध्य प्रशांत महासागर में एक द्वीप देश है, जो हवाई और ऑस्ट्रेलिया के बीच में स्थित है। यह एक अंगूठी के आकार की मूंगा चट्टान पर स्थित है, जिसके किनारे पर 9 खूबसूरत द्वीप हैं। इस जगह का आकर्षण यहां की प्राकृतिक खूबसूरती है।

    समस्या

    समुद्र का बढ़ता जलस्तर देश के लिए है खतरा 

    एक इंटरव्यू के दौरान नतानो ने कहा था, "समुद्र के जलस्तर में वृद्धि और अधिक गंभीर मौसम की घटनाएं हमारी पूरी आबादी के लिए बढ़ते खतरे के रूप में सामने आ रही हैं।"

    दरअसल, तुवालु में ज्वार प्रति साल लगभग 3.9 मिलीमीटर बढ़ रहा है और नागरिकों द्वारा इस्तेमाल की जा रही जमीन समुद्र तल से केवल 2 मीटर ऊपर है।

    ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि देश जल्द ही जलवायु परिवर्तन के कारण नुकसान झेल सकता है।

    हालात

    खराब हालातों का सामना कर रहें देश के नागरिक

    द गार्जियन के पत्रकार कलोलाइन फेनु ने तुवालु का दौरा किया और देखा कि वहां के नागरिक कैसे खराब हालातों का सामना कर रहे हैं।

    एक नागरिक ने उनसे कहा, "हम समुद्र में समाना नहीं चाहते हैं, इसलिए अब हम अन्य देशों से कार्रवाई करने की मांग करने के बजाय खुद कार्रवाई कर रहे हैं।"

    एक अन्य व्यक्ति ने बताया, "भविष्य में कुछ भी हो सकता है, इसलिए संस्कृति को बनाए रखने के लिए अन्य तरीकों की तलाश करनी होगी।"

    आबादी

    पहले ही दूसरी जगह जाकर बस चुकी है देश की लगभग 1/5 आबादी  

    रिपोर्ट्स के मुताबिक, तुवालु की लगभग 1/5 आबादी पहले ही न्यूजीलैंड में बस चुकी है, लेकिन उनमें से कई लोग अभी भी संघर्ष कर रहे हैं।

    एक दशक से अधिक समय से न्यूजीलैंड में रह रहे केलेसोमा सालोआ ने मीडिया से कहा, "यहां द्वीपों वाली जिंदगी नहीं है कि अगर आपके पास पैसा नहीं है तो आपके पास अपना परिवार, जमीन और मछलियां हैं। यहां जिंदा रहने के लिए आपके पास पैसा होना जरूरी है।"

    जानकारी

    तुवालु देश बनाएगा अपना डिजिटल ट्विन 

    जानकारी के मुताबिक, तुवालु की सरकार ने अब इस समस्या से बचाव के लिए सख्त रुख अपनाने का फैसला किया है। उनका कहना है कि अगर वे देश को नहीं बचा सकते हैं, तो वे इसे संग्रहीत कर लेंगे।

    इसका मतलब है कि वे तुवालु का एक डिजिटल ट्विन बना रहे हैं यानी नागरिक वास्तविक जीवन की नकल करते हुए डिजिटल आयाम में एक-दूसरे के साथ बातचीत करने में सक्षम होंगे।

    न्यूजबाइट्स प्लस

    डिजिटल ट्विन क्या है?

    डिजिटल ट्विन वास्तविक दुनिया की पहचान का वर्चुअल रिप्रजेंटेशन है। इसमें 3 पहलू शामिल हैं। पहला वास्तविक स्थान में एक भौतिक इकाई, दूसरा सॉफ्टवेयर के रूप में एक डिजिटल ट्विन और तीसरा डेटा जो इन दोनों को जोड़ता है।

    यह एक तरह से वर्तमान स्थिति के प्रॉक्सी के रूप में काम करता है।

    यह डिजिटल राष्ट्र हर चीज को समायोजित कर सकता है, जिससे लोगों में घर से दूर रहने से आने वाली भावनाओं पर नियंत्रण किया जा सकता है।

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