पहले दो पतियों को छोड़कर अपने तीसरे प्रेमी के साथ भागी महिला, थाने पहुंचा मामला
लोग कहते हैं "प्यार किया तो डरना क्या...", लेकिन एक महिला ने इसको इतना सीरियस ले लिया कि वह अपने दो पतियों को छोड़कर अब अपने तीसरे प्रेमी के साथ भाग गई है। मामला उस समय सामने आया जब महाराष्ट्र के नागपुर जिले के भरोसा सेल में एक व्यक्ति अपनी पत्नी की तलाश में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा, लेकिन साथ में अपनी पत्नी के पहले पति को भी लेकर आया। आइए पूरी खबर जानें।
महिला ने अपने पहले पति से किया था प्रेम विवाह
रिपोर्ट्स के अनुसार, महिला ने अपने पहले पति के साथ प्रेम विवाह किया था और इनके दो बच्चे भी हैं, लेकिन शादी के चार साल बाद महिला को एक अज्ञात नंबर से एक मिस्ड कॉल आई। उसने पलटकर उस नंबर पर कॉल किया और फिर दोनों के बीच बात होने लगी। इसके बाद महिला अपने पहले पति और बच्चों को छोड़कर अपने दूसरे प्रेमी के साथ भाग गई और उसके साथ नागपुर के बाहर एक मंदिर में शादी कर ली।
तीसरे प्रेमी से सोशल मीडिया पर हुई मुलाकात
दूसरी शादी करने के बाद महिला की मुलाकात सोशल मीडिया पर एक और व्यक्ति से हो गई। दोनों आपस में बातें करने लगे। फिर महिला ने अपने दूसरे पति को अपने मायके जाने की बात कही, लेकिन अपने तीसरे प्रेमी के साथ फरार हो गई।
दोनों के पास हैं शादी के सबूत
ऑप्टिक फाइबर का काम करने वाले महिला के दूसरे पति ने महिला के पहले पति की तलाश की और उसको थाने चलने के लिए मनाया। फिर दोनों भरोसा सेल पहुंचे। नवभारत टाइम्स के अनुसार, पुलिस ने बताया कि दोनों पतियों के पास महिला से शादी करने के पर्याप्त सबूत हैं। लेकिन उनकी दूसरी शादी को कानूनी तौर पर वैध नहीं माना जा सकता, क्योंकि दूसरी शादी से पहले महिला ने पहले पति से तलाक नहीं लिया था।
अपनी पत्नी को वापिस लाना चाहता है दूसरा पति
पुलिस के मुताबिक, महिला का दूसरा पति अपनी भागी हुई पत्नी को वापिस लाना चाहता है। भरोसा प्रकोष्ठ की प्रभारी वरिष्ठ निरीक्षक सीमा सुर्वे ने कहा, "दूसरा आदमी महिला को अपने जीवन में वापस लाने के लिए उत्सुक है, लेकिन पहले वाला बिल्कुल भी तैयार नहीं है।" भरोसा सेल ने पुरुषों की शिकायत दर्ज नहीं की बल्कि उन्हें सोनेगांव थाने जाने को कहा क्योंकि यह मामला घरेलू हिंसा और उत्पीड़न का नहीं है, इसलिए इस पर कार्रवाई संभव नहीं है।
क्या है भरोसा सेल?
भरोसा सेल महाराष्ट्र पुलिस की एक स्पेशल यूनिट है। इसका गठन बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को सहायता और परामर्श प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया था। इसलिए ही इस सेल ने दोनों पुरुषों को सोनेगांव थाने जाने को कहा।