NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अलग राह दिखा रहा महाराष्ट्र का यह जिला
    अगली खबर
    कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अलग राह दिखा रहा महाराष्ट्र का यह जिला

    कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अलग राह दिखा रहा महाराष्ट्र का यह जिला

    लेखन प्रमोद कुमार
    Apr 14, 2020
    01:22 pm

    क्या है खबर?

    देश में कोरोना वायरस (COVID-19) से हुई मौतों में आधी अकेले महाराष्ट्र में हुई हैं।

    महामारी से देश में सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्य में 2,000 से ज्यादा लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।

    इसके बावजूद चंद्रपुर जिले में कोरोना वायरस का एक भी मामले सामने नहीं आया है।

    यह तब है जब इसके पड़ोसी जिले नागपुर में 29 और यवतमाल में चार मामले सामने आ चुके हैं।

    आइये, जानते हैं कि यह कैसे हुआ।

    जानकारी

    चंद्रपुर जिले में लागू है पास सिस्टम

    इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्ट के मुताबिक, चंद्रपुर में जिला प्रशासन ने पास सिस्टम लागू किया है। इसके कारण एक परिवार का एक सदस्य ही निर्धारित तारीख पर बाहर जा सकता है। इससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता है और बाजारों में भीड़ नहीं बढ़ती।

    चंद्रपुर

    तय तारीख को ही बाहर निकल सकते हैं पासधारक

    जिले के दूसरे सबसे बड़े शहर बल्लरपुर में 22,000 परिवार रहते हैं। इसे पांच समूह में बांटा गया है।

    यहां हर समूह को गुलाबी, नीला, सफेद, पीला और हरा पास जारी किया गया है।

    इन पास पर लिखी गई तारीख को ही पासधारक घर से बाहर जाकर राशन और दूसरा जरूरी सामान खरीद सकते हैं।

    सफेद पास वालों को यहां महीने की 5, 10, 15, 20, 25 और 30 तारीख को बाहर निकलने की अनुमति है।

    सिस्टम

    चंद्रपुर शहर में बनाए गए छह समूह

    वहीं चंद्रपुर शहर में लगभग 85,000 परिवार रहते हैं। यहां सभी लोगों को सफेद कार्ड जारी किए गए हैं।

    यहां अलग-अलग रंग के पास की जगह लोगों को छह समूह में बांटा गया है और हर समूह के लोगों के बाहर निकलने के लिए तारीख निर्धारित की गई है।

    यह पास उसी व्यक्ति के लिए लागू होता है, जिसकी इस पर फोटो लगी होती है। पास को दिन में केवल 11:30 से 4:30 बजे तक इस्तेमाल किया जा सकता है।

    चंद्रपुर

    क्यों महसूस हुई पास की जरूरत?

    पिछले महीने 21 दिनों के लॉकडाउन के ऐलान के बाद प्रशासन ने पाया कि सुबह 7 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक बड़ी संख्या में लोग राशन और दूसरा जरूरी सामान लेने निकलते थे। इससे बाजारों में भीड़ लगने लगती थी, जिस कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पाता था।

    इसका समाधान निकालते हुए प्रशासन ने ये पास जारी करने का विचार किया। इनके तहत तय समय पर कुछ ही लोग बाहर निकल पाते हैं।

    बयान

    क्या कहते हैं जिले के कलेक्टर?

    चंद्रपुर के कलेक्टर कुनाल खेमकर ने कहा कि जिले में वन्यजीव संरक्षण के लिए काम करने वाले संगठन के साथ बैठक में पास जारी करने का विचार आया।

    खेमकर ने कहा, "यह पूरी तरह से लागू होने वाला नियम नहीं है। जिन लोगों को दवाओं की जरूरत होती है वो किसी भी दिन बाहर आ सकते हैं, लेकिन पास की वजह से बाकी लोगों के बाहर आने पर काफी हद तक रोक लगी है।"

    चंद्रपुर

    आशा कार्यकर्ताओं ने सर्वे कर जुटाई जानकारी

    चंद्रपुर शहर में आशा कार्यकर्ताओं ने सर्वे कर पास जारी किए जाने वाले लोगों की जानकारियां जुटाई। सर्वे में लोगों से पासधारक का नाम, राशन कार्ड नंबर और राशन डिलीवरी की जरूरत के बारे में पूछा गया था।

    इस दौरान पता चला कि प्रवासी मजदूरों के लगभग 3,000 परिवारों को राशन की जरूरत है और उनके पास राशन कार्ड नहीं है। ऐसे परिवारों को अब राशन और जरूरी सामान मुहैया कराया गया है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    महाराष्ट्र
    नागपुर
    कोरोना वायरस

    ताज़ा खबरें

    भूमि पेडनेकर की इस ड्रेस की कीमत जान चौंक जाएंगे आप, क्या आपने देखीं तस्वीरें?  भूमि पेडनेकर
    ऑस्ट्रिया के स्कूल में छात्र की गोलीबारी में 5 लोगों की मौत, कई अन्य घायल ऑस्ट्रिया
    गाजियाबाद में महिला का शव सूटकेस में मिला, शरीर पर चोट के निशान गाज़ियाबाद
    टाटा की बिक्री सूची में पंच सबसे आगे, जानिए मॉडलवार आंकड़े टाटा मोटर्स

    भारत की खबरें

    प्रदूषित इलाकों में रहने वाले लोगों की कोरोना वायरस से मौत होने का खतरा ज्यादा- स्टडी कोरोना वायरस
    महाराष्ट्र के कोरोना वायरस के ज्यादा मामले सामने आने के पीछे वजह क्या है? मुंबई
    दिल्ली: घर का सामान लेने निकली सफदरजंग अस्पताल की दो महिला डॉक्टरों पर हमला, आरोपी गिरफ्तार दिल्ली
    लॉकडाउन: जरूरतमंदों को खाना देने में हरियाणा और दिल्ली, शरण देने में केरल सबसे आगे दिल्ली

    महाराष्ट्र

    आगे भी जनता कर्फ्यू के लिए तैयार रहें लोग- योगी आदित्यनाथ योगी आदित्यनाथ
    एक दिन के जनता कर्फ्यू से नहीं टूटेगा कोरोना वायरस के प्रसार का क्रम- चिकित्सा विशेषज्ञ भारत की खबरें
    कोरोना वायरस: हरियाणा के सात जिलों में लॉकडाउन, झज्जर स्थित AIIMS में रखे जाएंगे मरीज भारत की खबरें
    कोरोना वायरस: सुप्रीम कोर्ट भी लॉकडाउन की तरफ, अगले एक हफ्ते मात्र एक बेंच करेगी सुनवाई भारत की खबरें

    नागपुर

    दिल्ली का प्रदूषण कम करने के लिए 22 साल के युवा की मदद लेगी सरकार जापान
    फड़णवीस को कोर्ट ने भेजा समन, चुनावी हलफनामे में आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाने का आरोप महाराष्ट्र

    कोरोना वायरस

    कोरोना वायरस: सरकार ने रखा रोजाना एक लाख टेस्ट का लक्ष्य, अभी होते हैं 15 हजार भारत की खबरें
    कोरोना वायरस: संक्रमित लोगों की रिपोर्ट भी आ सकती है नेगेटिव, बढ़ी चिंता भारत की खबरें
    कोरोना वायरस के कारण अमेरिका में सबसे अधिक मौतें, दुनियाभर में 17 लाख से ज्यादा संक्रमित भारत की खबरें
    लॉकडाउन: संक्रमण के आधार पर देश में बनाए जाएंगे तीन जोन, कुछ पाबंदियां रहेंगी जारी भारत की खबरें
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025