बाहर घूमने निकला था यह परिवार, सड़क पर पड़े मिले लगभग 7.5 करोड़ रुपये
क्या है खबर?
पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रही है और वैश्विक अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है। हर दिन के साथ अर्थव्यवस्था और नीचे गिरती चली जा रही है और करोड़ों लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ रहा है।
आर्थिक संकट के इस दौर में अगर किसी को सड़क पर पैसे पड़े हुए मिल जाएं तो ये उसके लिए किसी लॉटरी से कम नहीं होगा।
अमेरिका के वर्जीनिया के एक परिवार के साथ ऐसा ही हुआ है।
मामला
एक परिवार को सड़क पर मिला लाखों रूपयों का बैग
यह मामला वर्जिनिया के रहने वाले एमिली सचैंट्ज (Emily Schantz) का है जो अपने पति डेविड (David) और अपने बच्चों के साथ शनिवार को लॉन्ग ड्राइव के लिए घर से निकली थीं।
तभी उनको सड़क पर एक बैग मिला जिसको कचरे का थैला समझ उन्होंने अपनी वैन में पीछे डाल दिया और आगे बढ़ गईं।
जब वे वापस अपने घर पहुंचीं तब उन्हें पता चला कि जिसे वे कचरा समझ रहीं थीं, वह वास्तव में नोटों से भरा बैग था।
जानकारी
बैग में मिले लगभग 7.5 करोड़ रुपये
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एमिली को जब रूपयों से भरे बैग का पता चला तो उन्होंने तुरंत कैरोलिन काउंटी के शेरिफ से संपर्क किया जहां से दो अधिकारियों को उनके घर भेजा गया।
अधिकारियों ने पैसों से भरे दोनों बैग एमिली से लेकर गिनती की और बताया कि उसमें कुल 10 लाख डॉलर यानि 7.5 करोड़ रुपये थे।
एमिली ने बताया कि बैग में प्लास्टिक की कुछ थैलियां थीं जिनमें कई नोट भरे हुए थे।
बयान
इस मामले की अच्छे से की जा रही है जांच
इस बारे में कैरोलिन शेरिफ के मेजर स्कॉट मोजर का कहना है कि इस बात की जांच की जा रही है कि रुपयों से भरा ये बैग गूचलैंड काउंटी की सड़क पर कैसे आया। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि बरामद किए गए पैसों का क्या किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि एमिली को इसके लिए सम्मानित किया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने सबके लिए एक बेहतर उदाहरण पेश किया है और किसी के ढेर सारे पैसे बचा लिए।
अन्य मामला
भारत की राजधानी दिल्ली से भी सामने आ चुका है ऐसा ही एक मामला
बता दें कि दिल्ली में भी पिछले महीने सड़क पर रुपये पड़े होने का एक मामला सामने आया था।
दिल्ली के बुध विहार इलाके की एक सड़क पर लोगों को 2,000 के कई नोट गिरे मिले थे। हालांकि किसी ने भी इन नोटों को उठाने की हिम्मत नहीं की क्योंकि कुछ लोगों ने अफवाह उड़ा दी थी कि उनमें कोरोना वायरस है।
बाद में पाया गया कि ये नोट पैसे निकालने आए एक शख्स की जेब से गिरे थे।