गुजरात: शख्स के खाते में गलती से जमा हुए 11,677 करोड़ रुपये, मिली पलभर की खुशी
बैंकिंग गड़बड़ी के कारण लोगों के खातों में गलती से मोटी रकम जमा होने के कई मामले सामने आते रहे हैं। अब गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। वहां तकनीकी खामी के चलते एक शख्स के डीमैट खाते में 11,677 करोड़ रुपये जमा हो गए। इससे वह खुशी से झूम उठा। हालांकि, उसकी यह खुशी कुछ देर ही रही और बैंक ने अपनी गलती सुधारते हुए इस बड़ी रकम को वापस ले लिया।
पांच-छह सालों से शेयर बाजार में निवेश कर रहा है शख्स
यह मामला रमेश सागर नामक शख्स का है, जो पिछले पांच-छह सालों से शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं और एक साल पहले उन्होंने कोटक सिक्योरिटीज के साथ अपना डीमैट खाता खोला था। सागर ने बताया, "26 जुलाई, 2022 को मेरे खाते में 116,77,24,43,277.10 रुपये हुए थे। इनमें से मैंने दो करोड़ रुपये का निवेश शेयर बाजार में किया था और उससे पांच लाख रुपये का मुनाफा हुआ, लेकिन उसी रात 8 बजे बैंक ने राशि वापस ले ली।"
कई अन्य डीमैट खाताधारकों के खाते में भी आए थे पैसे- सागर
सागर ने यह भी कहा कि उन्हें बैंक से एक सूचना मिली थी, जिसमें कहा गया था कि उनके बैंक के ऐप में मार्जिन अपडेट से जुड़ी समस्या है। यूजर्स ऑर्डर देना जारी रख सकते हैं, लेकिन दिखाया गया मार्जिन अपडेट नहीं किया जाएगा। असुविधा के लिए खेद है और इसे हल करने पर काम किया जा रहा हैं। उन्होंने यह बताया कि सिर्फ वह ही नहीं कई अन्य डीमैट खाताधारक भी उस दिन जैकपॉट पाने के लिए भाग्यशाली थे।
कोटक सिक्योरिटीज ने नहीं की कोई टिप्पणी
IANS की रिपोर्ट के अनुसार, जब पश्चिमी क्षेत्रीय कार्यालय (मुंबई) की ओर से इस मुद्दे पर कोटक सिक्योरिटीज से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने विशेष टिप्पणी से इनकार कर दिया। कोटक सिक्योरिटीज के एक अधिकारी ने फोन पर कहा कि निवेशकों के पैन कार्ड या उनकी डीमैट खाता संख्या को वेरीफाई नहीं किया जा सकता है और न ही बैंक इस मुद्दे पर किसी तरह की टिप्पणी कर सकता है।
पहले भी सामने आ चुका है ऐसा मामला
गुजरात की तरह चिली में भी ऐसा मामला सामने आ चुका है। वहां की 'कंसोर्सियो इंडस्ट्रियल दे अलीमेंटोस' (Cial) नामक फूड बिजनेस कंपनी ने एक कर्मचारी के खाते में गलती से 286 गुना वेतन जमा करा दिया था। उस कर्मचारी का वेतन पांच लाख पेसो (करीब 43,000 रुपये) था, लेकिन कंपनी ने गलती से उसके खाते में वेतन का 286 गुना यानी करीब 1.4 करोड़ रुपये भेज दिए थे। हालांकि, बाद में अतिरिक्त राशि को वापस लिया गया था।