
नील आर्मस्ट्रांग की घड़ी हो रही है ऑनलाइन नीलाम, 1.88 करोड़ रुपये तक पहुंची बोली
क्या है खबर?
चांद पर पहला कदम रखने वाले अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग की एक लग्जरी घड़ी ऑनलाइन नीलाम की जा रही है।
लंबे समय से अंतरिक्ष के कामों से जुड़े इस घड़ी के निर्माता ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के ऐतिहासिक अपोलो 11 मिशन की याद में इस घड़ी को 18 कैरेट के सोने से बनाया था और अब यह आपकी हो सकती है।
आइए जानते हैं कि घड़ी की नीलामी कब तक जारी है और इसकी कीमत क्या है।
नीलामी
2 करोड़ से ज्यादा रुपये से शुरू होगी अगली बोली
आर्मस्ट्रांग की ओमेगा स्पीडमास्टर प्रोफेशनल घड़ी की नीलामी अमेरिका के शहर बोस्टन में स्थित RR नीलामीघर द्वारा ऑनलाइन आयोजित की गई है, जिसकी अनुमानित कीमत 20 लाख डॉलर (लगभग 17 करोड़ रुपये) से ज्यादा है।
अब तक घड़ी पर 10 बोलियां लग चुकी है, जिसके बाद कीमत 2,20,000 डॉलर यानी 1.88 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है।
इस घड़ी की अगली बोली 2,42,000 डॉलर यानी 2 करोड़ रुपये से ज्यादा में लगेगी और यह नीलामी 17 अप्रैल तक जारी रहेगी।
घड़ी
चांद से लौटने के बाद आर्मस्ट्रांग को उपहार स्वरूप दी गई थी घड़ी
नीलामी घर के मुताबिक, यह घड़ी आर्मस्ट्रांग को 25 नवंबर, 1969 को ह्यूस्टन के द वारविक होटल में एक भव्य रात्रिभोज के दौरान चंद्रमा से लौटने के बाद दी गई थी।
इस घड़ी के केसबैक के किनारे पर 'अंतरिक्ष यात्री नील ए. आर्मस्ट्रांग, जेमिनी 8- अपोलो 11' लिखा हुआ है। इसके साथ ही बीच में यह वाक्यांशा लिखा है, 'समय के साथ, समय के माध्यम से, समय के अनुसार अंतरिक्ष पर मनुष्य की विजय को चिह्नित करने के लिए'।
तरीका
कैसे खरीद सकते हैं घड़ी?
आर्मस्ट्रांग की इस घड़ी को 18 कैरेट सोने के 44mm केस में तैयार किया गया है और इस घड़ी में समय को दर्शाने के लिए काले निशान का इस्तेमाल किया गया है।
हालांकि, घड़ी को आर्मस्ट्रांग ने पहना था इसलिए इस पर कुछ खरोंचे हैं।
घड़ी के साथ आपको एक आधिकारिक प्रमाण पत्र मिलेगा, जो इसकी प्रामाणिकता का सबूत है।
अगर आप इसे खरीदने के लिए इच्छुक हैं तो नीलामी घर का आधिकारिक वेबसाइट www.rrauction.com पर जाकर बोली लगाएं।
बयान
घड़ी की बिक्री से होने वाली आय का बड़ा हिस्सा धर्मार्थ कार्यों में जाएगा- मार्क आर्मस्ट्रांग
आर्मस्ट्रांग के बेटे मार्क ने मीडिया को एक बयान देते हुए कहा, "यह घड़ी मेरे पिता विशेष अवसरों पर पहनना पसंद करते थे और यह मानव जाति के इतिहास में सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक का प्रतीक है।"
मार्क ने आगे कहा, "इस घड़ी की बिक्री से होने वाली आय का एक बड़ा हिस्सा उन धर्मार्थ कार्यों में जाएगा, जिन पर मेरे पिता विश्वास करते थे।"
जानकारी
अपोलो 11 मिशन क्या है?
NASA ने 16 जुलाई, 1969 को अपोलो 11 मिशन लॉन्च किया गया था, जिसके जरिए पहली बार नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर कदम रखा था। 8 दिन लंबे इस मिशन से आर्मस्ट्रांग और उनके साथी चांद की मिट्टी लाए, जिससे कई प्रयोग किए गए।