चीन में बाथरूम इस्तेमाल करते हुए कर्मचारियों की खींची गई तस्वीरें
क्या है खबर?
बाथरूम इस्तेमाल करने में कई लोगों को कम समय लगता है तो कई ज्यादा देर लगा देते हैं। ज्यादा समय तक बाथरूम में बैठे रहना सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है।
हालांकि, चीन की एक कंपनी ने कर्मचारियों को बाथरूम से निकालने के लिए एक बेहद घिनौनी तरकीब निकाली है। इसके बारे में सुनकर सभी लोग हैरान हैं और कंपनी की कड़ी निंदा कर रहे हैं।
आइए जानते हैं यह पूरा मामला क्या है।
मामला
कर्मचारियों की बाथरूम इस्तेमाल करते हुए खींची जाती हैं तस्वीरें
दरअसल, इस कंपनी के मालिक कर्मचारियों की बाथरूम इस्तेमाल करते हुए तस्वीरें खींचते थे। वे तस्वीरें खुद नहीं निकालते थे, बल्कि अन्य कर्मचारियों को ऐसा करने का आदेश देते थे।
इसके बाद उन तस्वीरों को प्रिंट करवाकर बाथरूम की दीवारों पर चिपका दिया जाता था। साथ ही, उन्हें पोस्ट भी कर दिया जाता था।
यह घिनौना कदम उठाकर यह कंपनी कर्मचारियों को सबक सिखाने का प्रयास करती है कि उन्हें ज्यादा देर तक बाथरूम इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
कंपनी
आखिर क्यों खींची जा रही थीं कर्मचारियों की तस्वीरें?
इस कंपनी का नाम 'लिक्सुन डियानशेंग' है, जो दक्षिणी चीन के गुआंग्डोंग प्रांत के शेनजेन में स्थित है।
कंपनी का दावा है कि यह कठोर कदम उन कर्मचारियों को सजा देने के लिए उठाया गया था, जो बाथरूम में बैठकर गेम खेलते हैं और धूम्रपान करते हैं।
उनके मुताबिक, ऐसे कर्मचारी घंटों बाथरूम से बहार नहीं निकलते हैं और दरवाजा खटखटाने पर भी कोई जवाब नहीं देते हैं।
इसी कारण उनकी तस्वीरें खींचीं गईं और उन्हें पोस्ट भी किया गया।
इंटरनेट
सोशल मीडिया पर भड़का लोगों का गुस्सा
यह कंपनी पिछले कुछ महीनों से ऐसा कर रही थी, लेकिन यह मामला हाल ही में उजागर हुआ। सोशल मीडिया पर डाली गई तस्वीरों को देखकर जब उपयोगकर्ताओं ने आपत्ति जताई तब उन्हें डिलीट कर दिया गया।
कंपनी ने सफाई देते हुए कहा, "हमने तस्वीरों को हटा दिया है, क्योंकि वे अच्छी नहीं लगती।"
हालांकि, इंटरनेट पर इस कंपनी की खूब निंदा की जा रही है और यहां काम करने वाले कर्मचारियों की गोपनीयता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
कानून
चीनी कानून नहीं देता ऐसा करने की इजाजत
सेलू लॉ फर्म के वकील झू जू ने इस मामले पर कहा कि कंपनी ने जो किया उससे कर्मचारियों की निजता का उल्लंघन हुआ।
उन्होंने एक सवालिया निशान खड़ा करते हुए कहा, "क्या यहां काम करने वाले सभी कर्मचारी गुलाम हैं?" चीनी कानून के तहत, कंपनियां अपने कर्मचारियों की प्रतिक्रियाओं को अवैध तरीके से रिकॉर्ड नहीं कर सकती हैं।
जब व्यक्तिगत डाटा की निगरानी आवश्यक होती है तब भी कंपनियों को कर्मचारियों की सहमति जरूर लेनी चाहिए।