
साइकिल से 100 देश घूमना चाहती हैं यह बुजुर्ग महिला, 12 की कर चुकी हैं यात्रा
क्या है खबर?
जब बुढ़ापा आने लगता है तो ज्यादातर लोग घर पर रहकर आराम करने को प्राथमिकता देते हैं। हालांकि, कुछ साहसी लोग ऐसे भी होते हैं, जो अपने जज्बे से अपनी उम्र को हरा देते हैं।
आज हम आपको एक ऐसी बुजुर्ग महिला की कहानी सुनाने जा रहे हैं, जिन्होनें साइकिल से 100 देशों की यात्रा करने का फैसला किया है।
वह 66 साल की उम्र में अपनी साइकिल पर सवार हो कर अब तक 12 देश घूम चुकी हैं।
महिला
साइकिल पर की 12 देशों की यात्रा
इस साहसी महिला का नाम ली डोंगजू है, जो चीन के झेंग्झौ की रहने वाली हैं। वह अब तक 3 महाद्वीपों के 12 देशों की अकेले यात्रा कर चुकी हैं।
अब उनका लक्ष्य साइकिल पर सवार होकर 100 देश घूमना है। वह दक्षिण पूर्व एशिया, यूरोप और ओशिनिया के कंबोडिया, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों का दौरा कर चुकी हैं।
डोंगजू ने सेवानिवृत्त होने के बाद नई-नई जगहों की यात्रा करने का फैसला किया था।
यात्रा
कैसे शुरू हुआ साइकिल से घूमने का सिलसिला?
डोंगजू कहती हैं कि घूमना उनके लिए नशे जैसा है। 2013 में वह सेवानिवृत्त हुईं और उनका तलाक हो गया था, जिसके बाद वह अवसाद का शिकार हो गई थीं।
इससे उभरने के लिए वह 'सिल्वर ट्रैवेलर्स' नाम के यात्रा ग्रुप का हिस्सा बनी थीं। डोंगजू कहती हैं, "पहले में अपने परिवार पर निर्भर थी, लेकिन अब मैं एक आजाद पंछी जैसा महसूस करती हूं।"
मां के शौक को देखते हुए उनके बेटे ने उन्हें एक माउंटेन साइकिल भेंट की।
पैसे
लोगों के घरों की सफाई करके जमा किए थे पैसे
डोंगजू अपने शौक को पूरा करना चाहती थीं, लेकिन उनके पास पैसे नहीं थे। उस वक्त वह अपनी पेंशन पर निर्भर थीं, जो 35,604 रुपये प्रति महीना थी।
इतने में अन्य देशों की यात्रा करना संभव नहीं था, इसीलिए उन्होंने लोगों के घरों की सफाई करना शुरू किया। धीरे-धीरे पैसे जोड़ने के बाद वह 2 अन्य लोगों के साथ दक्षिणपूर्व एशिया की यात्रा पर निकल गईं।
वह यात्राओं के दौरान बातचीत करने के लिए अनुवाद ऐप्स का सहारा लेती हैं।
अन्य यात्राएं
उनका कुत्ता था उनकी यात्राओं का साथी
वियतनाम की यात्रा के दौरान डोंगजू अपने साथियों से बिछड़ गई थीं। हालांकि, वह एक स्थानीय व्यक्ति की मदद से घर पहुंचने में कामयाब रही थीं।
इसके बाद डोंगजू ने अपने पूडले कुत्ते झिली के साथ चीन के 20 शहरों की यात्रा की थी। इस दौरान वह स्पा और होटलों की सफाई भी करती थीं, ताकि कुछ पैसे कमा सकें।
डोंगजू की अन्य प्रभावशाली उपलब्धियों में 6 यूरोपीय देशों के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की साइकिल यात्रा भी शामिल है।