'हेलमेट मैन' राघवेंद्र हजारों बाइक चालकों को बांट चुके हैं हेलमेट, जानें इसके पीछे का कारण
क्या है खबर?
सड़क पर बाइक या स्कूटी चालते समय हेलमेट कितना जरूरी है, ये सभी जानते हैं। इसके बावजूद भी ज्यादातर लोग बगैर हेलमेट के तेज गति में गाड़ी चलाते हैं, जिसके कारण सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत के आंकड़े तेजी से बढ़ते जा रहे हैं।
इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश के नोएडा के रहने वाले एक व्यक्ति हेलमेट के प्रति जागरुकता फैला रहे हैं और अब तक देशभर में 56,000 से भी ज्यादा हेलमेट बांट चुके हैं।
अभियान
पिछले 9 सालों से चला रहे हेलमेट बांटने का अभियान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 37 वर्षीय राघवेंद्र सिंह को 'हेलमेट मैन ऑफ इंडिया' के नाम से जाना जाता है।
वैसे तो राघवेंद्र का पैतृक निवास बिहार है, लेकिन वह पिछले 9 सालों से नोएडा में रहते हुए सड़क सुरक्षा को लेकर अभियान चला रहे हैं और सड़क पर बगैर हेलमेट वाले चालकों को रोककर हेलमेट बांटते हैं।
उन्होंने अब तक 56,000 से ज्यादा हेलमेट बांटे हैं और उनका मानना है कि उन्होंने पिछले दशक में 30 लोगों की जान बचाई है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिए हेलमेट बांटते हुए राघवेंद्र का वीडियो
बिना हेलमेट कोई अपनो को सड़क हादसे मे खो देता है, और उसे गले लगाकर रोने के लिए मजबूर हो जाता है.
— Helmet man of India (@helmet_man_) April 12, 2023
क्योंकि इस दुनिया मे वह दोबारा लौटकर वापस नही आ सकता. मै तो एक अजनबी हूं जिन्हे जानता नही उन्हे भी हेलमेट पहना कर खुशी से गले लगा लेता हूं.
🙏🇮🇳🇮🇳#Helmetmanofindia @rashtrapatibhvn pic.twitter.com/K9MsfFufkT
उद्देश्य
हेलमेट बांटने के पीछे का क्या है उद्देश्य?
हेलमेट बांटने के पीछे राघवेंद्र का उद्देश्य प्रत्येक भारतीय को एक स्मार्ट सड़क उपयोगकर्ता बनाने का है।
उन्होंने कहा, "मैं चाहता हूं कि हर व्यक्ति हेलमेट पहनने की आदत को विकसित करे, ताकि वह सही सलामत रहे और सड़क दुर्घटना से अपनी जान बचा सके।"
आपको बता दें कि राघवेंद्र के इस अभियान को देखते हुए उन्हें कई स्कूलों में जागरूक करने के लिए भी बुलाया जाता है। वहां वे अपने अनुभवों को लेकर सड़क सुरक्षा पर चर्चा करते हैं।
कारण
दोस्त की मौत के बाद समझ आया हेलमेट का महत्व
2014 में अपना एक दोस्त खोने के बाद राघवेंद्र को हेलमेट का महत्व समझ आया था। उनका दोस्त बाइक से नोएडा आ रहा था और तभी सड़क पर उसका एक्सीडेंट हो गया।
उनके दोस्त ने उस समय हेलमेट नहीं पहना था, जिसके कारण उसका बहुत खून बह गया।
करीब 1 हफ्ते तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद उसकी मृत्यु हो गई, जिसके बाद राघवेंद्र को एहसास हुआ कि अगर उनका दोस्त हेलमेट पहनता तो उसकी जान बच सकती थी।
मुश्किलें
खुद की कमाई से हेलमेट खरीदकर बांटते हैं राघवेंद्र
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राघवेंद्र ने उसी वक्त तय कर लिया था कि वह लोगों को जागरूक करने के लिए हेलमेट बांटना शुरू करेंगे।
हालांकि, 9 साल तक अपने जागरुकता अभियान को जारी रखने के लिए राघवेंद्र को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
दरअसल, राघवेंद्र अपनी कमाई से ही हेलमेट खरीदकर लोगों को बांटते हैं, जिसके कारण वह कर्जे में डूब गए थे।
इसके बावजूद उन्होंने अपना दिल्ली का घर और पत्नी के गहने बेचकर अपने अभियान को जारी रखा।
सड़क दुर्घटना
न्यूजबाइट्स प्लस
देश में सख्त ट्रैफिक नियम होने के बावजूद लोग उनका पालन नहीं करते हैं। हर साल लापरवाही से गाड़ी चलाने और ट्रैफिक नियमों का पालन न करने के कारण हजारों लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में भारत में 4,12,000 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इनमें हेलमेट न पहनने की लापरवाही के कारण 52,000 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई और लगभग 1 लाख लोग घायल हुए।