केरल: 108 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने परीक्षा में किया टॉप, कायम की मिसाल
क्या है खबर?
केरल में चलाए जा रहे साक्षरता कार्यक्रम में तमिलनाडु की थेनी जिले की रहने वाली 108 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने टॉप करके सभी के लिए एक मिसाल कायम की है।
केरल सरकार ने शिक्षा प्राप्त करने में वरिष्ठ नागरिकों की मदद करने के लिए 'एजुकेशन फॉर ऑल एंड ऑलवेज' टैगलाइन के साथ संपूर्णम शास्त्र साक्षरता कार्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत बुजुर्ग लोगों को शिक्षा दी जा रही है।
परीक्षा
बुजुर्ग महिला ने परीक्षा में 100 में से 97 अंक किए प्राप्त
कमलाकन्नी नामक बुजुर्ग महिला ने अपनी उम्र न देखते हुए केरल के 'संपूर्णम शास्त्र साक्षरता कार्यक्रम' के तहत शिक्षा प्राप्त करने और खुद को नामांकित करने की इच्छा जताई थी।
इसके बाद उन्होंने पढ़ाई शुरू की और तमिल और मलयालम दोनों में लिखने का अभ्यास किया।
अंत में कमलाकन्नी ने साक्षरता परियोजना की परीक्षा में 100 में से 97 अंक प्राप्त किए, जिसके बाद कई संगठन उनकी उम्र के बावजूद शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा से अभिभूत हैं।
निजी जीवन
इस वजह से स्कूली शिक्षा पूरी नहीं कर पाई थीं बुजुर्ग महिला
कमलाकन्नी का जन्म 1915 में थेनी जिले के कुंबुम में हुआ था। उन्होंने कक्षा 2 तक पढ़ाई की और फिर अपने परिवार के साथ तमिलनाडु और केरल सीमा पर स्थित वंदनमेडु क्षेत्र चली गई।
वहां अपने गरीब परिवार को समर्थन करने के लिए कमलाकन्नी ने केरल में इलायची के खेत में काम करना शुरू कर दिया।
उन्होंने खेतों में काम करते हुए 80 साल गुजार दिए, जिसके कारण वह अपनी स्कूली शिक्षा पूरी नहीं कर पाई थीं।
बयान
कमलाकन्नी के पोते ने क्या कहा?
न्यूज 18 के साथ बातचीत के दौरान कमलाकन्नी के पोते ने बताया कि वे परिवार की पांचवीं पीढ़ी से हैं और अगले महीने अपनी दादी का 109वां जन्मदिन मनाने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, "कार्यक्रम के बारे में जानने के बाद जब हमने उनसे संपर्क किया तो उन्होंने रुचि दिखाई। हमें खुशी है कि उन्होंने इस उम्र में मिसाल कायम की है। कार्यक्रम के तहत उच्च स्कोर प्राप्त करने के लिए उन्हें केरल सरकार से मान्यता भी मिली।"
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के सर्वेक्षण के मुताबिक, केरल भारत का सबसे साक्षर राज्य है, जिसकी साक्षरता दर 96.2 प्रतिशत है।
केरल सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को शिक्षा देने के लिए संपूर्णम शास्त्र साक्षरता कार्यक्रम लागू किया है। इसके तहत बुजुर्गों को हस्ताक्षर करना भी सिखाया जाता है।
आपको बता दें कि तमिलनाडु में 'अरिवोली इयक्कम' नामक सामूहिक साक्षरता कार्यक्रम चलाया जाता है, जिसका उद्देश्य केरल के कार्यक्रम की तरह लोगों को शिक्षित करना है।