ओडिशा: शादी के लिए 28 किलोमीटर पैदल चला दूल्हा और बाराती, जानिए क्या था कारण
ओडिशा में वाहन चालकों की हड़ताल की वजह से रायगढ़ा जिले में एक दूल्हे को अपने परिवार के साथ शादी के लिए करीब 28 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। हड़ताल के कारण दूल्हा पक्ष के लोग वाहन की व्यवस्था नहीं कर सके। इस कारण उन्होंने पैदल ही बारात ले जाने का फैसला किया। इसके लिए दूल्हे पक्ष के लोग अपने गांव से रवाना हुए और पूरी रात चलकर अगले दिन दुल्हन के घर पहुंचे। इसके बाद शादी संपन्न हुई।
क्या है पूरा मामला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बारात कल्याणसिंहपुर ब्लॉक के सुनाखांडी पंचायत से गुरुवार को पूरी रात पैदल चलकर शुक्रवार को दिबालापाडु गांव पहुंची। इसके बाद दूल्हा और दुल्हन की शादी संपन्न हुई। शादी होने के बाद दूल्हे पक्ष के लोग दुल्हन के घर में ही रुके रहे और हड़ताल वापस होने का इंतजार करते रहे। बात दें कि सोशल मीडिया पर दूल्हा और उसके परिवार के सदस्यों सहित कुछ महिलाओं के पूरी रात पैदल चलने का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
दूल्हे पक्ष के लोगों ने 4 SUV का किया था इंतजाम
22 वर्षीय दूल्हा नरेश प्रस्का ने बारात के लिए 4 SUV का इंतजाम किया था, लेकिन जब वाहन चालक हड़ताल पर चले गए तो कोई भी चालक चलने के लिए तैयार नहीं हुआ। इस कराण उन्हें काफी मुश्किल हुई। नरेश ने कहा, "हमने बाइकों पर शादी के लिए जरूरी सामान भेज दिया था। इसके बाद 8 महिलाओं सहित परिवार के लगभग 30 सदस्यों, रिश्तेदारों और दोस्तों ने पैदल चलने का फैसला किया। यह सफर काफी लंबा था, लेकिन यादगार था।"
सामाजिक कल्याण उपायों की मांग को लेकर शुरू हुई थी हड़ताल
ओडिशा में व्यावसायिक वाहनों के चालकों के एक संगठन एकता महासंघ ने बुधवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की थी। यह हड़ताल बीमा, पेंशन और कल्याण बोर्ड गठित करने जैसे अन्य सामाजिक कल्याण उपायों की मांग को लेकर शुरू की गई थी। हालांकि, शुक्रवार को राज्य सरकार द्वारा उनकी सभी मांगों को पूरा करने के आश्वासन के बाद हड़ताल को 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है।
हड़ताल के कारण लोगों को हुआ नुकसान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य के मुख्य सचिव पी के जेना और पुलिस महानिदेशक (DGP) एस के बंसक द्वारा हड़ताली चालकों से हड़ताल वापस लेने की अपील के कुछ घंटों के बाद चालकों के एकता महासंघ ने काम पर लौटने की घोषणा कर दी। बता दें कि 2 लाख से अधिक वाहन चालकों की हड़ताल के कारण सामान्य जीवन काफी प्रभावति हुआ है। इससे जरूरी वस्तुओं की कीमतों में भी वृद्धि हुई है।