ओडिशा: द्रौपदी मुर्मू के गांव में बन रहे लड्डू, जश्न की तैयारियां शुरू
कुछ ही घंटों में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का ऐलान होने वाला है और द्रौपदी मुर्मू की जीत तय मानी जा रही है। इसे देखते हुए ओडिशा स्थित उनके गांव में खुशी का माहौल है और लोग जश्न मना रहे हैं। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से करीब 280 किलोमीटर दूर मयूरभंज जिले के उपरबेड़ा गांव में मुर्मू का जन्म हुआ और वे यहीं बड़ी हुई थीं। उनकी जीत से पहले ही खुशी में यहां लड्डू बंट रहे हैं।
तैयार किए जा रहे हैं करीब 20,000 लड्डू
फिलहाल संसद भवन में वोटों की गिनती चल रही है और 4 बजे तक नतीजों का ऐलान होने की उम्मीद है। ऐलान होने के बाद ग्रामीण विजयी जुलूस निकालेंगे। इस खुशी के मौके के लिए करीब 20,000 लड्डू तैयार किए जा रहे हैं। रायरंगपुर से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित उपरबेड़ा में मुर्मू का पैतृक निवास स्थान है। जिस घर में उनके पिता रहते थे, वहां अब उनके भतीजे दुलाराम तुडू रह रहे हैं।
"मुर्मू का राष्ट्रपति बनना पूरे देश के लिए गर्व की बात"
इंडिया टुडे से बात करते हुए लड्डू बना रहे एक व्यक्ति ने कहा कि देश को पहली आदिवासी राष्ट्रपति मिलने जा रही हैं। उन्होंने कहा, "मैं बहुत खुश हूं और इसीलिए मैं द्रौपदी मुर्मू की जीत के लिए लड्डू तैयार कर रहा हूं। गांव में 20,000 लड्डू तैयार किए जा रहे हैं, जो सब लोगों में वितरित किए जाएंगे।" आगे उन्होंने कहा कि मुर्मू का राष्ट्रपति बनना केवल उनके लिए नहीं बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है।
सड़कों पर लगे बधाई संदेश वाले होर्डिंग
मुर्मू की संभावित जीत को देखते हुए रायरंगपुर के विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और शैक्षणिक संगठन बेहद उत्सुक हैं। यहां की सड़कों पर मुर्मू को राष्ट्रपति बनने की बधाई देने वाले होर्डिंग लग चुके हैं। लोक कलाकार और आदिवासी नृतक भी अपने कार्यक्रमों के साथ तैयार बैठे हैं और नतीजों के आधिकारिक ऐलान का इंतजार कर रहे हैं। सभी लोगों का भरोसा है कि मुर्मू देश के शीर्ष पद पर काबिज होंगी।
करीब 6,000 है गांव की आबादी
मुर्मू का पैतृक गांव कुसमुई ब्लॉक में पड़ता है और तलहटी पर स्थित है। यहां की आबादी करीब 6,000 है और ज्यादातर लोग मुर्गी पालन, बकरी पालन और खेती करते हैं। गांव के करीब 50 लोग सुरक्षाबलों में काम करते हैं। गांव के एक किसान ने बताया कि गुरुवार के दिन पूरा गांव छुट्टी पर रहेगा। यह धान रोपाई का व्यस्त समय है, लेकिन कोई खेतों में काम नहीं करेगा।
चुनाव जीतीं तो पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी मुर्मू
अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव जीतती हैं तो वह भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। वह ओडिशा से आने वाली देश की पहली राष्ट्रपति भी होंगी। इसके साथ ही वह देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति भी बन जाएंगी। उनसे पहले केवल प्रतिभा पाटिल राष्ट्रपति रही हैं। ओडिशा सरकार में क्लर्क की नौकरी से करियर शुरू करने वालीं मुर्मू इससे पहले झारखंड की राज्यपाल भी रह चुकी हैं। इसके अलावा वह भाजपा की टिकट पर दो बार विधायक चुनी गई थीं।