विश्व नींद दिवस: बेंगलुरू की इस कंपनी ने अपने कर्मचारियों को दिया नींद का तोहफा
क्या है खबर?
स्वस्थ रहने के लिए अच्छी नींद जरूरी होती है, लेकिन बिगड़ती जीवनशैली के कारण बहुत से लोग नींद की समस्या से जूझ रहे हैं।
इन्हीं समस्याओं के बारे में जागरूक करने के लिए हर साल मार्च के तीसरे शुक्रवार को 'विश्व नींद दिवस' मनाया जाता है।
आज इसी मौके पर बेंगलुरू की एक कंपनी ने अपने सभी कर्मचारियों को नींद पूरी करने के लिए एक दिन की छुट्टी देने का ऐलान किया है।
जानकारी
वेकफिट सॉल्यूशंस ने की वैकल्पिक छुट्टी की घोषणा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वेकफिट सॉल्यूशंस नामक कंपनी ने नींद दिवस (17 मार्च) के मौके पर अपने कर्मचारियों के लिए एक वैकल्पिक छुट्टी की घोषणा की है। कंपनी ने सभी कर्मचारियों को एक ई-मेल किया है, जिसका शीर्षक 'सरप्राइज हॉलिडे: एनाउंसिंग द गिफ्ट ऑफ स्लीप' है।
ई-मेल
ई-मेल में क्या लिखा है?
कंपनी द्वारा भेजे गए ई-मेल में लिखा है, 'हम यह घोषणा करते हुए रोमांचित है कि वेकफिट 17 मार्च, शुक्रवार को अपने सभी कर्मचारियों के लिए वैकल्पिक अवकाश के रूप में विश्व नींद दिवस मनाएगा। हम नींद के प्रति काफी जागरूक है। हम नींद दिवस को एक त्योहार की तरह मानते हैं, खासकर जब यह शुक्रवार को पड़ता है। आप किसी दूसरी छुट्टी की तरह इस छुट्टी का लाभ HR पोर्टल के जरिये से उठा सकते हैं।'
जानकारी
कंपनी के स्लीप स्कोरकार्ड से पता चली ये बातें
कंपनी ने ई-मेल में आगे लिखा, 'हमारे ग्रेट इंडियन स्लीप स्कोरकार्ड के 6वें संस्करण से पता चलता है कि 2022 से काम के घंटों के दौरान नींद महसूस करने वाले लोगों में 21 प्रतिशत की और थके हुए जागने वाले लोगों में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।'
कंपनी ने लिखा कि नींद की कमी के प्रसार को ध्यान में रखते हुए नींद दिवस मनाने के लिए नींद के तोहफे से बेहतर तरीका और क्या हो सकता है?
नींद पॉलिसी
कंपनी ने पिछले साल इस नीति का किया था ऐलान
वेकफिट के सह-संस्थापक चैतन्य रामलिंगगौड़ा ने पिछले साल 'राइट टू नैप पॉलिसी' की घोषणा की थी। इस नीति के तहत सभी कर्मचारियों को काम के घंटों के दौरान 30 मिनट की झपकी लेने की अनुमति दी गई थी।
बता दें कि मार्च 2016 में स्थापित यह कंपनी गद्दे, तकिए और घर के अन्य फर्नीचर बनाती है। दुनियाभर में यह स्लीप और होम फर्निशिंग उत्पादों के लिए लोकप्रिय है।
कारण
क्यों मनाया जाता है विश्व नींद दिवस?
विश्व नींद दिवस मनाने की शुरुआत 2008 से हुई थी और मौजूदा समय में दुनियाभर के 88 से ज्यादा देशों में नींद दिवस मनाया जाता है।
खराब जीवनशैली, गलत खान-पान और तनाव जैसे कारणों से नींद की कमी होने लगती है। ऐसे में इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को नींद संबंधित विकारों के प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
ये विकार लोगों का प्रभावित करते हैं और उनके जीवन की गुणवत्ता पर प्रभाव डाल सकते हैं।